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नई दिल्ली ( निकलेश जैन ) विश्व शतरंज संघ नें आगामी वर्ष से फीडे महिला ग्रां प्री शतरंज का फॉर्मेट एक बार फिर से बदल कर राउंड रॉबिन कर दिया है । इससे पहले इस टूर्नामेंट को नॉक आउट आधार पर कराया जा रहा था जिस पर कई शीर्ष खिलाड़ियों नें नाखुशी जाहिर की थी । इसके आलवा भी इसमें कई बदलाव किए गए है जैसे अब ग्रां प्री की संख्या को बढ़ाकर 4 से छह कर दिया है , पर कोई भी महिला खिलाड़ी अधिकतम तीन टूर्नामेंट का चयन कर सकती है ,पुरुस्कार राशि को 50% बढ़ाकर 80,000 यूरो से अब एक लाख बीस हजार यूरो कर दिया गया है । खिलाड़ियों की संख्या को भी बढ़ाकर अब 16 से 20 कर दिया गया है । हालांकि हमेशा की तरह ग्रां प्री की सभी टूर्नामेंट के बाद शीर्ष दो खिलाड़ी ही फीडे कैंडिडैट में प्रवेश करेंगे ।

दुनिया की नंबर चार खिलाड़ी भारत की कोनेरु हम्पी राउंड-रॉबिन के पक्ष में थीं : उन्होने कहा "मैंने राउंड-रॉबिन प्रारूप के साथ बने रहने के लिए मतदान किया क्योंकि यह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को जीतने का अवसर देता है"।