सिडनी : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर का कहना है कि अगर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को सलामी बल्लेबाज की कमी खलती है तो वह संन्यास से वापस लौटने के लिए तैयार है। 37 साल के वार्नर ने इसी साल पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के बाद संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने अपने आखिरी टेस्ट में 34 और 57 रन बनाए थे।
बहरहाल, वार्नर ने कहा कि मैं हमेशा उपलब्ध रहता हूं, बस फोन उठाना बाकी है। मैं इस बारे में हमेशा गंभीर रहता हूं। ईमानदारी से कहूं तो फरवरी में मेरे आखिरी टेस्ट मैच के बाद से ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने सिर्फ 4 टेस्ट मैच खेले है, इसलिए मेरी तैयारी लगभग वैसी ही है। बता दें कि टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की संभावना को मजबूत बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया और भारत दोनों के लिए 5 मैचों की यह श्रृंखला काफी अहम है। इसका आगाज 22 नवंबर से पर्थ में होगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी शेफील्ड शील्ड में भाग लेकर कड़ी तैयारी कर रहे हैं।
वार्नर टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए अपनी फिटनेस पर भी काम करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो अगर उन्हें इस श्रृंखला के लिए वाकई मेरी जरूरत है, तो मुझे अगला शील्ड मैच खेलने को लेकर बहुत खुशी होगी। मैंने सही कारणों से संन्यास लिया था। उन्हें अगर मेरी जरूरत है तो मैं तैयार हूं। मैं इससे पीछे नहीं हटने वाला हूं।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के सामने फिलहाल सलामी बल्लेबाजी की चुनौती है। हरफनमौला कैमरून ग्रीन के चोट के कारण श्रृंखला से बाहर होने के बाद अनुभवी स्टीव स्मिथ फिर से मध्यक्रम में खेलेंगे। वार्नर के संन्यास के बाद उस्मान ख्वाजा के साथ स्मिथ सलामी बल्लेबाज बने थे। लेकिन वह सफल नहीं हो पाए थे।