स्पोर्ट्स डेस्क : कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में शुक्रवार से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत होने जा रही है। भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम संयोजन और पिच की स्थिति को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने संकेत दिया कि अंतिम प्लेइंग इलेवन का फैसला मैच की सुबह पिच का आकलन करने के बाद ही किया जाएगा। गिल ने यह भी बताया कि भारत की टीम में तेज गेंदबाजों और स्पिनरों का संतुलन जीत की रणनीति में अहम भूमिका निभाएगा।
गिल का बयान: "निर्णय कल सुबह पिच देखकर"
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले शुभमन गिल ने कहा, “इसे कल के लिए छोड़ देते हैं। जब हम सुबह विकेट देखेंगे, तब तय करेंगे कि कौन-सा संयोजन हमें जीतने का सबसे अच्छा मौका देगा।” गिल ने यह भी बताया कि टीम की रूपरेखा लगभग तय है, लेकिन पिच की प्रकृति में बदलाव को देखते हुए आखिरी निर्णय मैच के दिन लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोलकाता की पिच सुबह और शाम में तेज गेंदबाजों के लिए थोड़ी मददगार साबित हो सकती है, इसलिए संतुलित टीम चयन जरूरी है।
भारत का तेज आक्रमण तैयार
भारत की तेज गेंदबाजी यूनिट की कमान जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के हाथों में होगी। तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में आकाश दीप को मौका मिलने की संभावना है। गिल ने कहा कि कोलकाता के मौसम और दिन-रात की परिस्थितियों को देखते हुए तेज गेंदबाज शुरुआती घंटे में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा, “भारत के इस हिस्से में रोशनी जल्दी हो जाती है, और सुबह-सुबह गेंदबाजों को स्विंग और सीम दोनों में मदद मिलती है। हमें इसका फायदा उठाना होगा।”
स्पिन विभाग में है गहराई और विकल्पों की भरमार
भारतीय टीम के स्पिन विभाग में रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और वाशिंगटन सुंदर जैसे चार दमदार विकल्प मौजूद हैं। इनमें जडेजा, अक्षर और वाशिंगटन जैसे ऑलराउंडर बल्लेबाजी में भी गहराई प्रदान करते हैं। यह चयनकर्ताओं और कप्तान के लिए एक “लक्ज़री कन्फ्यूजन” की स्थिति बनाता है। गिल ने कहा कि भारतीय परिस्थितियों में स्पिनरों की भूमिका निर्णायक होती है। उन्होंने कहा, “भारत में जब भी टेस्ट मैच खेले जाते हैं, स्पिनर ही मैच का फैसला करते हैं। जितना बेहतर स्पिन आक्रमण होगा, जीतने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी।”
रणनीति पर फोकस: संतुलित कॉम्बिनेशन से जीत का लक्ष्य
गिल ने संकेत दिया कि टीम प्रबंधन ऐसा संयोजन चुनना चाहता है जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में संतुलन बनाए रखे। भारत के पास अनुभवी ऑलराउंडरों का बेहतरीन मिश्रण है, जो विपक्षी टीम पर दबाव बना सकता है। इस बीच, दक्षिण अफ्रीका की टीम भी मजबूत तेज आक्रमण के साथ मैदान में उतरने को तैयार है, जिससे मुकाबला गेंदबाजों का टेस्ट बैटल बन सकता है।