स्पोर्ट्स डेस्क : भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने एशिया कप 2025 के लिए अपनी भारतीय एकादश चुनते हुए कुछ साहसिक फैसले लिए। जहां तक शीर्ष क्रम की बात है, शुभमन गिल की वापसी ने चीजें काफी पेचीदा कर दी हैं। अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन ने हाल ही में टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में एक मजबूत सलामी जोड़ी बनाई थी, लेकिन ऐसा लग रहा है कि गिल की वापसी से प्रबंधन को यह साझेदारी तोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा। कुछ लोगों का मानना है कि गिल के शामिल होने से सैमसन बेंच पर ही बैठे रहेंगे। लेकिन, गावस्कर को ऐसा नहीं लगता।
गावस्कर ने कहा कि सैमसन और गिल एक ही एकादश में साथ-साथ रह सकते हैं, जिसमें सैमसन टीम में मध्य क्रम की भूमिका निभा सकते हैं। गावस्कर ने कहा, 'वह अभी भी निचले क्रम में बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी के तौर पर टीम में शामिल हो सकते हैं। वह पांचवें या छठे नंबर पर भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। उन्हें टीम से बाहर नहीं किया जाना चाहिए, आखिरकार वह विकेटकीपर हैं। संजू एक बहुत ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, वह खुद को ढाल सकते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'उन्हें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की आदत है, हमें उनके बारे में ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए, वह एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं।'
गावस्कर ने कहा, 'आपकी पहली पसंद की एकादश और आपका बल्लेबाजी क्रम कई बातों पर निर्भर करेगा जैसे कि पिच कैसी है, विरोधी टीम कौन है, उनका गेंदबाजी आक्रमण कैसा है। दो पक्के विकल्प अभिषेक और शुभमन गिल होंगे, पंजाब के ये दोनों खिलाड़ी साथ में बल्लेबाजी की शुरुआत करेंगे, यही मेरी सलामी जोड़ी होगी। तीसरे और चौथे नंबर पर तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव होंगे।'
गावस्कर ने कहा, 'स्कोर या आपकी जरूरत के हिसाब से आप हार्दिक पांड्या को थोड़ा आगे रख सकते हैं, या संजू सैमसन को बल्लेबाजी के लिए उतार सकते हैं, अक्षर पटेल जैसा कोई खिलाड़ी भी है जो आकर बल्लेबाजी कर सकता है, उसने बारबाडोस में हुए टी20 विश्व कप के फाइनल में कितनी अच्छी बल्लेबाजी की थी। यही सही रास्ता होगा।'
गेंदबाजी में गावस्कर को नहीं लगता कि हर्षित राणा एकादश में जगह बना पाएंगे, बल्कि वह जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह की जोड़ी को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा, 'जहां तक गेंदबाजी की बात है, मैं गेंदबाजी की शुरुआत करने के लिए अर्शदीप के साथ-साथ बुमराह को भी रखूंगा, साथ ही ऑलराउंडर के रूप में अक्षर और हार्दिक पांड्या को रखूंगा, फिर कुलदीप और वरुण चक्रवर्ती। दुबे, जितेश, हर्षित और रिंकू सिंह, यह उनके लिए कठिन है, लेकिन यही है।'