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स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व भारतीय कप्तान और धमाकेदार बल्लेबाज विराट कोहली तथा मुख्य कोच गौतम गंभीर की तीखी नोकझोंक अब समाप्त हो गई है। ये दोनों अब एक राह पर है जिसका उद्देश्य भारतीय क्रिकेट टीम को नई उंचाईयों पर ले जाना है। बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच से पूर्व कोहली ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर का इंटरव्यू लिया जिसे बीसीसीआई ने शेयर किया है। इस इंटरव्यू में गंभीर ने कोहली की 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी का राज खोला।

इंटरव्यू में दोनों ने क्रिकेट जर्नी, अचीवमेंट और विवादों पर बात की। कोहली ने पूछा, न्यूजीलैंड में टेस्ट सीरीज जिताने के दौरान दिमाग में क्या था? गौतम ने कहा, मुझे याद है कि 2014-15 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज में आपने खूब रन बनाए थे। तब आप हर बॉल से पहले 'ओम नमः शिवाय' कह रहे थे। करियर के उस जोन में पहुंचना बेहद सुखद है। मैं भी 2009 में उसी जोन में था। नेपियर में शतक बनाकर जीत दिलाने का अनुभव बहुत सुकून देता है। सोचता हूं कि क्या ढाई दिन बल्लेबाजी कर सकता हूं तो लगता है, आपके लिए जो काम ओम नमः शिवाय ने किया, मेरे लिए हनुमान चालीसा ने किया था। 

मैदान पर खिलाड़ियों से झगड़े पर बोले गंभीर और कोहली

कोहली ने गंभीर से पूछा कि जब भी वह मैदान पर किसी खिलाड़ी के साथ विवाद में शामिल होते हैं, तो वह किस जोन में चले जाते हैं। कोहली ने गंभीर से पूछा, 'जब आप बल्लेबाजी कर रहे होते हैं और आप विपक्ष के साथ थोड़ी बातचीत करते हैं, तो क्या आपको कभी ऐसा लगता है कि यह आपको जोन से बाहर ले जाएगा और संभावित रूप से आउट हो जाएगा, या यह आपको अधिक प्रेरित स्थिति में ले जाएगा?' 

भारत के मुख्य कोच ने एक चुटीले जवाब में कहा, 'आपने मुझसे ज्यादा विवाद किए हैं। मुझे लगता है कि आप इस सवाल का जवाब मुझसे बेहतर दे सकते हैं। विराट ने हंसते हुए जवाब दिया, 'मैं तो ये ढूंढ रहा हूं कि कोई मेरी बात से सहमत हो जाए। ये नहीं बोल रहा कि गलत है। कोई तो बोले हां, यही होता है, मैं सिर्फ पुष्टि की तलाश में हूं। मैं ये नहीं कह रहा कि ये गलत है। मैं चाहता हूं कि कोई कहे, 'हां ऐसा ही होता है।'