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नवी मुंबई : लंबे समय के बाद टेस्ट मैच खेलने को तैयार भारतीय महिला टीम की उप कप्तान स्मृति मंधाना ने मंगलवार को यहां कहा कि उनकी युवा टीम के साथी इंग्लैंड के खिलाफ लाल गेंद प्रारूप के इस मैच की मानसिकता में ढलने के लिए नए मुख्य कोच अमोल मजूमदार से सीखने की कोशिश कर रहे हैं। भारत ने दो साल पहले जून और सितंबर में क्रमश: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में एक-एक टेस्ट खेला था। यह दोनों चार दिवसीय मुकाबले ड्रा रहे थे। 

भारत की तुलना में इंग्लैंड को लाल गेंद से क्रिकेट खेलने का हालिया अनुभव ज्यादा है। टीम ने इस साल जून में महिला एशेज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट खेला था। अपने एक दशक लंबे करियर में सिर्फ चार टेस्ट खेलने वाली मंधाना का मानना है कि गुरुवार से यहां शुरू होने वाले चार दिवसीय मुकाबले से पहले घरेलू क्रिकेट के पूर्व दिग्गज और कप्तान मजूमदार की उपस्थिति टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण है। 

मंधाना ने भारतीय टीम के अभ्यास सत्र से पहले कहा, ‘हमारे पास अमोल सर के रूप में एक अनुभवी कोच है। उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलने का आपार अनुभव है। वह चार दिवसीय मैच खेलने के आदी रहे है।' उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम में दो-तीन खिलाड़ियों को मिलाकर जितना अनुभव है उससे ज्यादा अनुभव उन्हें है।  मैं देख सकती हूं कि टीम की कई खिलाड़ी उनसे मानसिकता के बारे में पूछ रही थी।' 

भारतीय खिलाड़ी पिछले दो साल से टेस्ट क्रिकेट से दूर हो लेकिन टीम ने मजूमदार की देखरेख में अक्टूबर में चार दिवसीय मैच का अभ्यास किया था। बेंगलुरु में अभ्यास शिविर के दौरान टीम ने आपस में ही चार दिवसीय मैच खेला था। उन्होंने कहा, ‘हमने आपस में ही एक अभ्यास मैच खेला था। इसमें टीम की सभी खिलाड़ी शामिल थी। मैं शारीरिक समस्या के कारण इस मुकाबले को नहीं खेल सकी थी। बेंगलुरु में इस मैच से खिलाड़ियों को चार दिवसीय मुकाबले का अच्छा अनुभव मिला था। 

भारतीय उप-कप्तान ने कहा, ‘बेंगलुरु में लड़कियों के क्षेत्रीय (प्रतियोगिता) के लिए रवाना होने से पहले, हमने सफेद गेंद और लाल गेंद दोनों पर ध्यान केंद्रित किया। यहां तक कि जो खिलाड़ी टी20 टीम का हिस्सा नहीं थी, वे भी अभ्यास कर रहे थी। हमारे लिए आज और कल (बुधवार) हैं महत्वपूर्ण होने जा रहा है।' डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले जाने वाले एकमात्र टेस्ट की तैयारी के लिए भारत और इंग्लैंड दोनों को केवल तीन दिन का समय मिला है। 

मंधाना ने कहा, ‘हम मानसिक और शारीरिक तैयारी आज से शुरू कर रहे है। उम्मीद है कि टेस्ट प्रारूप को लेकर हमने जो सोचा है उस पर अमल कर सकेंगे। भारत 21 दिसंबर से वानखेड़े स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट भी खेलेगा। इस वामहस्त सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में हमें दोनों पहलुओं (मानसिक और शारीरिक) की आवश्यकता होती है क्योंकि शरीर को चार दिन का क्रिकेट खेलने की आदत नहीं है। हम आम तौर पर टी20 और वनडे बहुत अधिक खेलते हैं जिनमें अंतराल होता है।' उन्होंने कहा, ‘यह मानसिक तौर पर चुनौतीपूर्ण है क्योंकि लगातार चार दिन तक हर गेंद पर ध्यान देना होगा।' मंधाना ने उम्मीद जतायी की घरेलू क्रिकेट में इस प्रारूप पर ध्यान दिया जायेगा ताकि खिलाड़ियों को इसका अनुभव मिल सके।