मुंबई : देवदत्त पडिक्कल के राज्य की टीम कर्नाटक के सीनियर साथी मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) ने शुक्रवार को कहा कि इस युवा भारतीय बल्लेबाज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे पहले टेस्ट में मौका मिलने पर अपने सामने आने वाली चुनौतियों को गले लगाना होगा। पहले पडिक्कल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के लिए भारत की 18 सदस्यीय टीम का हिस्सा नहीं थे। पर शुरूआती टेस्ट से पहले शुभमन गिल के बाएं हाथ में चोट लगने के बाद अनौपचारिक टेस्ट में ए टीम के खेलने के बाद पडिक्कल को रूकने के लिए कहा गया। अगर गिल बाहर रहते हैं तो पडिक्कल इस प्रारूप में दूसरी बार मैदान पर उतर सकते हैं। उन्होंने मार्च में इंग्लैंड के खिलाफ पदार्पण किया था।
अग्रवाल 2018-19 के दौरे पर भी ऐसी ही स्थिति में थे जब उन्हें मेलबर्न में दूसरे टेस्ट के लिए बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें (भारतीय खिलाड़ियों को) तैयारी के लिए समय मिला है। अच्छी बात यह थी कि बहुत सारे खिलाड़ी भारत ए के मैच खेलने गए। उन्होंने कहा कि उनके पास परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार करने के लिए कम से कम 3 सप्ताह का समय था। लेकिन अब यह मानसिकता पर निर्भर करता है कि क्या आप लड़ाई में उतरने को तैयार हैं?
अग्रवाल ने कहा- या फिर क्या आप इस चुनौती को गले लगाने को तैयार हैं? अगर वह उस मानसिकता में आ सकता है जो वह आ चुका है तो वह प्रतिभा का धनी है और वह अपने खेल पर कड़ी मेहनत करता है। बल्कि पडिक्कल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में खेलने के लिए एक कदम और करीब दिख रहे हैं क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के आधिकारिक ‘हैंडल' ने मैच से एक दिन पहले राष्ट्रीय टीम के साथ उनके ट्रेनिंग सत्र के अनुभव का एक वीडियो साझा किया।
पडिक्कल ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो यह अवास्तविक लगता है। अभ्यास सत्र काफी कड़े थे। आप उस चुनौती को महसूस करते हैं। आपको लगेगा कि हर कोई तैयार है और बड़ी श्रृंखला के लिए जाने के लिए बेताब है। उन्होंने कहा कि इसलिए भारतीय टीम के साथ ट्रेनिंग सत्र करना हमेशा खुशी की बात होती है क्योंकि यह मैच जितने ही बड़े लगते हैं। उम्मीद है कि यह मैच में भी दिखेगा। मैकाय में पहले अनौपचारिक टेस्ट में 88 रन की शानदार पारी खेलने वाले पडिक्कल ने कहा कि मुझे खुशी है कि मुझे यह मौका मिल रहा है और उम्मीद है कि मैं इसका फायदा उठा पाऊंगा।