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टोक्यो : टोक्यो ओलंपिक की निशानेबाजी स्पर्धा में भारत की शुरूआत शनिवार को खराब रही जब पदक उम्मीद मानी जा रही इलावेनिल वालारिवन और अपूर्वी चंदेला महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल्स में जगह नहीं बना सकीं। 

पहली बार ओलंपिक में खेल रही दुनिया की नंबर एक निशानेबाज इलावेनिल 626.5 के स्कोर के साथ 16वें और चंदेला 621.9 अंक के साथ 50 निशानेबाजों में 36वें स्थान पर रहीं। हर निशानेबाज को दस दस शॉट की छह सीरिज खेलनी थी। शीर्ष आठ निशानेबाजों ने फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया जिनमें नॉर्वे की डुएस्टाड जेनेट हेग ने 632. 9 के स्कोर के साथ ओलंपिक क्वालीफिकेशन का नया रिकॉर्ड बनाकर पहला स्थान हासिल किया। 

कोरिया की पार्क हीमून (631.7) दूसरे और अमेरिका की मैरी टकर (631.4) तीसरे स्थान पर रहीं। इलावेनिल और चंदेला की शुरूआत काफी खराब रही और दोनों उससे उबर नहीं सकीं। इस साल दिल्ली में आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली इलावेनिल ने पहली दो सीरिज में 9.5 और 9.9 स्कोर करके के बाद तीसरी सीरिज में शानदार वापसी करने की कोशिश करते हुए 10.9 स्कोर किया। वह अगली तीन सीरिज में यह फॉर्म बरकरार नहीं रख सकी और नौ के स्कोर के साथ क्वालीफिकेशन रैंकिंग में और नीचे चली गई। 

वहीं रियो ओलंपिक में 34वें स्थान पर रही चंदेला बिल्कुल लय में नहीं दिखी । चंदेला ने 2019 में दो विश्व कप में स्वर्ण जीते थे। इलावेनिल क्वालीफिकेशन में आठवें और आखिरी क्वालीफिकेशन स्थान पर कब्जा करने वाली रूस की अनास्तासिया गालाशिना से दो अंक पीछे रह गई। भारत ने तोक्यो ओलंपिक में निशानेबाजी का पहला कोटा महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में ही हासिल किया था। अंजुम मुद्गिल और अपूर्वी चंदेला ने 2018 में कोरिया में हुई विश्व चैम्पियनशिप में यह कोटा जीता था। मुद्गिल का कोटा मौजूदा फॉर्म के आधार पर इलावेनिल को दिया गया था।