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स्पोर्ट्स डेस्क : ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में हार के बाद बीसीसीआई ने सख्त यात्रा नीति की घोषणा की, जिसे कथित तौर पर चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान लागू किया जाना था। नियम के अनुसार आईसीसी टूर्नामेंट के दौरान दुबई में भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ परिवार नहीं रहेंगे। हालांकि ताजा रिपोर्ट से पता चला है कि बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों के परिवारों को केवल एक मैच देखने के लिए दुबई जाने की अनुमति दी है। 

भारतीय टीम गुरुवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी अभियान की शुरुआत करेगी। इसके बाद वे रविवार को गत चैंपियन पाकिस्तान और अगले सप्ताह न्यूजीलैंड से भिड़ेंगे। अगर भारत फाइनल में भी पहुंचता है, तो पूरा टूर्नामेंट तीन सप्ताह तक चलेगा, इसलिए बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के साथ परिवारों को दौरे पर जाने की अनुमति नहीं दी। 

नियम के अनुसार, 'विदेशी दौरे के दौरान 45 दिनों से अधिक समय तक भारत से अनुपस्थित रहने वाले खिलाड़ी अपने साथी और बच्चों (18 वर्ष से कम) को प्रति श्रृंखला (प्रारूप के अनुसार) दो सप्ताह की अवधि तक एक यात्रा के लिए शामिल कर सकते हैं।' 

BCCI ने यात्रा नीति पर अपना रुख बदला 

मंगलवार को एक रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से कहा गया कि अब कोई खिलाड़ी अपने परिवार को एक मैच के लिए दुबई ले जा सकता है, क्योंकि "टीम प्रबंधन के एक शीर्ष व्यक्ति ने दुबई जाने से पहले BCCI सचिव देवजीत सैकिया से बात की थी। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि खिलाड़ियों को अब तदनुसार BCCI की अनुमति लेनी होगी, साथ ही टीम प्रबंधन से बोर्ड को एक सूची प्रस्तुत करने की उम्मीद है।

BCCI के एक अधिकारी ने कहा कि पूरी टीम दुबई में है, इसलिए शुरू से ही कोई भी परिवार उनके साथ नहीं गया है। अब तक प्रत्येक खिलाड़ी को अपने परिवार को केवल एक मैच में ले जाने की अनुमति दी गई है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि किसी खिलाड़ी ने अनुमति मांगी है या नहीं। उन्होंने कहा कि यह खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वह चुने कि उसका परिवार उसके साथ मैच में जाएगा या नहीं। कई लोग अपने परिवार को थोड़े समय के लिए भी नहीं ले जा सकते हैं।