नई दिल्ली : आलोचनाओं से घिरे पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की। उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका के लॉडरहिल में खेले गए मैच के दौरान टी20 विश्व कप के इतिहास में कप्तान के रूप में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया। बाबर की नाबाद पारी की बदौलत पाकिस्तान ने कम स्कोर वाले रोमांचक मैच में 3 विकेट से जीत हासिल की।
107 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करने के बावजूद पाकिस्तान एक बार फिर 11 ओवर में छह विकेट पर 62 रन पर संघर्ष कर रहा था। लेकिन कप्तान बाबर (नाबाद 32) और अब्बास अफरीदी (17) ने 33 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी कर टीम को 18.5 ओवर में 7 विकेट पर 111 रन पर पहुंचा दिया। सुपर 8 की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुके पाकिस्तान ने ग्रुप ए में तीसरे स्थान पर रहते हुए अपने टी20 विश्व कप अभियान का समापन किया जबकि चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और सह-मेजबान यूएसए क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर रहते हुए अगले दौर में पहुंच गए।
पाकिस्तान के बाबर आजम ने ने सिर्फ 17 पारियों में 549 रन बनाए हैं। अपने शानदार स्ट्रोक प्ले और बेहतरीन टाइमिंग के लिए जाने जाने वाले बाबर ने लगातार अपनी टीम की पारी को संभाला है जिससे टीम को स्थिरता और विश्वसनीय स्कोरिंग विकल्प मिला है। शांत स्वभाव के साथ उच्च दबाव की स्थितियों को संभालने की उनकी क्षमता उनकी सफलता में महत्वपूर्ण रही है, जिसने उन्हें टी20 विश्व कप में एक बेहतरीन प्रदर्शनकर्ता बना दिया है।
29 पारियों में 529 रन बनाने वाले धोनी इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। अपनी फिनिशिंग क्षमता और रणनीतिक कौशल के लिए प्रसिद्ध धोनी ने बल्ले से कई कड़े मुकाबलों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। डेथ ओवरों में उनके शांत और गणनात्मक दृष्टिकोण ने उन्हें खेल में सबसे खतरनाक फिनिशरों में से एक बनाया जिससे कई टूर्नामेंटों में भारत की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त सुनिश्चित हुई।
टी20 विश्व कप में कप्तान के रूप में सर्वाधिक रन
549 - बाबर आज़म (17 पारी)*
529 - एमएस धोनी (29 पारी)
527 - केन विलियमसन (19 पारी)
360 - एम जयवर्धने (11 पारी)
352 - ग्रीम स्मिथ (16 पारी)
न्यूजीलैंड के केन विलियमसन 19 पारियों में 527 रन बनाकर तीसरे स्थान पर हैं और दबाव में स्थिरता और शालीनता का उदाहरण हैं। उनकी सामरिक प्रतिभा और विभिन्न मैच स्थितियों के अनुकूल होने की क्षमता न्यूजीलैंड की सफलता की कुंजी रही है। विलियमसन की संयमित और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजी शैली ने उन्हें एक विश्वसनीय नेता और अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण रन-स्कोरर बना दिया है।