खेल डैस्क : एमए चिदंबरम स्टेडियम में जब मुंबई इंडियंस ने पहले खेलते हुए चेन्नई सुपर किंग्स को 156 रन का लक्ष्य दिया तो कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने अर्धशतक लगाकर टीम का स्कोर 8 ओवर में 78 तक पहुंचा दिया था। लेकिन जैसे ही गायकवाड़ का विकेट गिरा। पीछे-पीछे शिवम दुबे और दीपक हुड्डा का भी विकेट निकल गया। इनका विकेट लेने वाले थे विग्नेश पुथुर। केरल के रहने वाले 24 वर्षीय विग्नेश एक ऑटो रिक्शा चालक के बेटे हैं। उन्होंने अपनी मेहनत से नाम कमाया और मुंबई इंडियंस में अपनी जगह बनाई। विग्नेश ने 3 विकेट लेकर मैच को मोड़ दिया जिससे देख चेन्नई के सबसे मजबूत क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के चेहरे पर पसीना आना बनता था।
विग्नेश पुथुर केरल के मलप्पुरम जिले के एक कस्बे पेरिंथलमन्ना के 24 वर्षीय क्रिकेटर हैं। 2 मार्च, 2001 को जन्मे विग्नेश को "चाइनामैन" गेंदबाज कहा जाता है। उनके पिता सुनील कुमार एक ऑटो-रिक्शा चालक हैं जबकि मां बिन्दु पीके एक गृहिणी हैं। वित्तीय चुनौतियों के बावजूद वे अभी पेरिंथलमन्ना में पीटीएम गवर्नमेंट कॉलेज में साहित्य में एमए की पढ़ाई कर रहे हैं। पुथुर ने 11 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। स्थानीय क्लब क्रिकेटर मोहम्मद शेरिफ ने उन्हें बाएं हाथ की कलाई की स्पिनर बनने में मदद की। वह केरल की ओर से अंडर-14 और अंडर-19 स्तर पर खेले। केरल क्रिकेट लीग (केसीएल) में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा। इसके बाद जेद्दा में हुई आईपीएल 2025 मेगा नीलामी में मुंबई इंडियंस ने उन्हें 30 लाख पर साइन किया।
पुथुर भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव को अपना आदर्श मानते हैं, हालांकि वे कहते हैं कि उनके गेंदबाजी एक्शन अलग-अलग हैं, और वे रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और सूर्यकुमार यादव जैसे एमआई सितारों से सीखने की इच्छा रखते हैं। विग्नेश चेन्नई के खिलाफ मुकाबले में बतौर इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर शामिल हुए थे। हालांकि वह टीम को जीत नहीं दिला पाए। लेकिन उन्होंने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित कर दिया।