हांगझोउ : पूजा वस्त्राकर की शानदार गेंदबाजी से भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश को रविवार को खेले गए एकतरफा सेमीफाइनल में आठ विकेट से हराकर पहली बार एशियाई खेलों के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
दाहिने हाथ की तेज गेंदबाज पूजा ने भारत से रवानगी से ठीक पहले टीम में अंजलि सरवानी की जगह ली थी। उन्होंने चार ओवर में 17 रन देकर चार विकेट लिए जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। बांग्लादेश की टीम 17.5 ओवर में 51 रन पर आउट हो गई जो भारत के खिलाफ उसका न्यूनतम स्कोर है। वस्त्राकर और टिटास साधु ने नई गेंद से कहर बरपाते हुए बांग्लादेश के बल्लेबाजों को बांधे रखा। सिर्फ कप्तान निगार सुल्ताना (12) ही दोहरे अंक तक पहुंच सकी।
भारत ने 8.2 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। कनिका आहूजा (नाबाद 1) और जेमिमा रौड्रिग्स (नाबाद 20) ने टीम को जीत तक पहुंचाया। भारत ने कप्तान स्मृति मंधाना (सात) और शेफाली वर्मा (17) के विकेट गंवाए। भारतीय टीम नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर के बिना खेल रही है जो दो मैचों का निलंबन झेल रही है। हरमनप्रीत को कुछ महीने पहले एक श्रृंखला में बांग्लादेशी अंपायरिंग की आलोचना करने के कारण निलंबन झेलना पड़ा था।
वस्त्राकर ने पहली ही गेंद पर शाती रानी (0) को आउट करके बेहतरीन शुरूआत की। उन्होंने इसी ओवर में शमीमा सुल्ताना को पगबाधा आउट किया जबकि शोभना मोस्तारी भी टिक नहीं सकी। पहले तीन ओवर में तीन विकेट लेकर पूजा ने भारत का शिकंजा कस दिया। टिटास ने उनका बखूबी साथ देते हुए सोरना अख्तर को बोल्ड किया। बीच के ओवरों में स्पिनरों ने बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया। कुछ बल्लेबाजों के रनआउट होने से बांग्लादेश की मुश्किलें और बढ़ गई।