मुंबई : महान स्पिनर हरभजन सिंह का कहना है कि रविचंद्रन अश्विन की ‘अभूतपूर्व उपलब्धियों' को कोई नहीं छीन सकता लेकिन भारतीय टीम प्रबंधन वाशिंगटन सुंदर को निकट भविष्य के लिए तैयार कर रहा है। अश्विन 536 विकेट लेकर भारत के लिए अनिल कुंबले के 619 टेस्ट विकेटों के बाद दूसरे स्थान पर हैं। लेकिन उन्हें अगले 84 विकेट लेने में समय लग सकता है क्योंकि युवा वाशिंगटन गौतम गंभीर के कार्यकाल में भारत के पहली पसंद के ऑफ-ब्रेक गेंदबाज बन गए हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अश्विन के तमिलनाडु के युवा साथी को मुख्य स्पिनर की भूमिका निभाते हुए देखते हैं तो उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं की दीर्घकालिक योजना है। रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर में भारत के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। अश्विन की उम्र को निश्चित रूप से ध्यान में रखा जा रहा है और यही एक कारक है।
हरभजन ने कहा कि लेकिन अब वह उम्र के उस मुकाम पर है। उनकी उम्र 38 साल है इसलिए उन्होंने वाशिंगटन सुंदर को अपने साथ रखा है क्योंकि जब भी आर अश्विन संन्यास लेंगे तो वह उनके साथ होगा। टीम को लगता है कि उन्हें वाशिंगटन को तैयार करना है इसलिए मुझे लगता है कि वे उसी राह पर काम कर रहे हैं। इस पूर्व स्पिनर ने 400 से अधिक टेस्ट और 700 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए हैं।
बता दें कि टीम इंडिया अभी पिंक डे टेस्ट की तैयारी कर रही है। 6 दिसंबर को यह मुकाबला होना है। भारतीय टीम अपनी प्लेइंग 11 को लेकर दुविधा में फंस सकती है। क्योंकि नियमित कप्तान रोहित शर्मा वापस टीम से जुड़ चुके हैं। यही नहीं, शुभमन गिल भी अंगूठे की चोट से उभरने के बाद नेट पर वापसी कर चुके हैं। ऐसे में पहले टेस्ट की विजेता प्लेइंग 11 से किसी दो प्लेयरों को बाहर किया जाना तय है। दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया के सामने यह बड़ी समस्या हो सकती है।