लाहौर : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व अध्यक्ष जका अशरफ ने भारत में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कप्तान के रूप में बाबर आजम को हटाने के फैसले का बचाव किया है। जका ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के दावों का भी खंडन किया कि उन्होंने उन्हें मोहम्मद रिजवान को सफेद गेंद का कप्तान नियुक्त करने की सलाह दी थी, ना कि शाहीन शाह अफरीदी को जो उनके दामाद हैं।
बाबर को हाल ही में सफेद गेंद के प्रारूप का फिर से कप्तान नियुक्त किया गया। उन्होंने शाहीन की जगह ली जिन्हें सिर्फ एक श्रृंखला के बाद हटा दिया गया। जका ने लाहौर में मीडिया से कहा, ‘मुझे जो याद है उसके अनुसार शाहिद (अफरीदी) ने मुझे कभी भी सफेद गेंद के प्रारूप में रिजवान को कप्तान नियुक्त करने का कोई सुझाव नहीं दिया था।' शाहिद ने टेलीविजन पर और साक्षात्कारों में कई बार दावा किया है कि वह कभी नहीं चाहते थे कि शाहीन कप्तानी करें और उन्होंने जका को रिजवान को सफेद गेंद का कप्तान बनाने का सुझाव दिया था।
जका ने कहा कि उन्होंने विश्व कप के बाद बाबर को कभी भी सभी प्रारूपों की कप्तानी छोड़ने के लिए नहीं कहा था। उन्होंने कहा, ‘यह उनका अपना निर्णय था। जब मैं उनसे मिला तो मैंने उन्हें स्पष्ट रूप से बताया कि सभी को लगता है कि सभी प्रारूपों में कप्तानी करने का बोझ उन पर और उनके प्रदर्शन पर दबाव बढ़ा रहा है और उन्हें केवल लाल गेंद के कप्तान के रूप में ही बने रहना चाहिए।' जका ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि बोर्ड को लगता है कि सफेद गेंद के प्रारूप में किसी और को आजमाने का समय आ गया है क्योंकि उन्हें (बाबर) पिछले तीन वर्षों से इन प्रारूपों में पर्याप्त समय दिया गया है।'
पूर्व पीसीबी प्रमुख ने कहा कि सभी प्रारूपों में कप्तानी छोड़ने का फैसला बाबर का था। जका ने कहा, ‘उन्होंने कहा कि अगर वह सभी प्रारूपों में कप्तानी नहीं कर सकते तो वह कप्तान नहीं बनना चाहेंगे। जाहिर तौर पर उन्हें यह सलाह उनके पिता और एजेंट सहित उनके करीबी लोगों से मिली थी।' भारत में आईसीसी विश्व कप के बाद शान मसूद को टेस्ट कप्तान बनाया गया। जका ने सिर्फ एक पूर्ण श्रृंखला के बाद शाहीन को टी20 कप्तान के पद से हटाने के फैसले की भी आलोचना की।