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नई दिल्ली : डोपिंग परीक्षण में विफल होने वाली पहलवान रीना इस अपराध के लिए अगर 16 लाख रूपये के जुर्माने की आधी राशि देने में विफल रहती हैं तो भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा देगा। डब्ल्यूएफआई द्वारा प्रत्येक डोपिंग अपराध के लिए राष्ट्रीय महासंघ को खेल की संचालन संस्था यूनाईटेड विश्व कुश्ती (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) को 16 लाख रूपए देने होते हैं। भारतीय पहलवानों के एक और शर्मनाक डोपिंग मामले में अंडर-23 एशियाई चैम्पियनशिप की रजत पदकधारी रीना पर मार्च में एक प्रतियोगिता के दौरान डोप परीक्षण में विफल होने के बाद अस्थाई निलंबन लगाया गया है। 

डब्ल्यूएफआई अब यहां नाडा द्वारा जल्द होने वाली अंतिम सुनवाई के नतीजे का इंतजार कर रहा है और पता चला है कि इस पहलवान से कहा गया है कि अगर वह इस सुनवाई में दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें इस जुर्माने की आधी राशि 8 लाख रूपए देने होंगे। डब्ल्यूएफआई ने पिछले साल यूडब्ल्यूडब्ल्यू को दो डोपिंग मामलों के लिए 32 लाख रूपए के जुर्माने का भुगतान किया था जो जतिन और मनीष ने किए थे। ये दोनों इस जुर्माने की राशि साझा करने में असफल रहे थे जिससे उन पर आजीवन प्रतिबंध लग चुका है। 

डब्ल्यूएफआई के एक अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘राष्ट्रीय महासंघ को हर बार पहलवान की गलती का भुगतान क्यों करना चाहिए। हमने पिछले वर्ष खेल की संचालन संस्था (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) को 32 लाख रूपए के जुर्माने का भुगतान किया था और पूरी संभावना है कि हमें फिर अब 16 लाख रूपए देने होंगे। रीना को इस राशि को साझा करने के लिए कहा गया है और अगर वह ऐसा करने में असफल रहती हैं तो उन्हें भी आजीवन प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।' अधिकारी ने कहा, ‘जतिन और मनीष को दो साल के लिये प्रतिबंधित किया गया था जो जूनियर कुश्ती में किया जाता है लेकिन डब्ल्यूएफआई ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगाया क्योंकि वे इस जुर्माने की आधी रकम नहीं दे सके।' 

हरियाणा की रीना ने मंगोलिया में अंडर-23 एशियाई चैम्पियनशिप में 53 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था। उन्होंने पिछले साल जुलाई में जूनियर एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया था। इसके अलावा 2015 एशियाई कैडेट चैम्पियनशिप में उन्होंने रजत पदक प्राप्त किया था। डब्ल्यूएफआई अधिकारियों के अनुसार रीना ने अपने निजी कोच की सलाह पर दर्द के उपचार के लिये चैम्पियनशिप से पहले एक इंजेक्शन लिया था। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ब्रिजभूषण शरण सिंह ने कहा कि नाडा और खेल मंत्रालय को अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप के लिए ट्रायल के दौरान नमूने एकत्रित करने के लिये अपने प्रतिनिधि भेजने चाहिए।