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नवी मुंबई: डॉ. डी. वाई. पाटिल स्टेडियम इतिहास का गवाह बनने जा रहा है। दर्शकों की भीड़, ढोल-ताशों की गूंज और “भारत माता की जय” के नारों के बीच हरमनप्रीत कौर की टीम अपने पहले आईसीसी महिला वनडे विश्व कप खिताब की तलाश में मैदान पर उतरेगी। दूसरी ओर लॉरा वोल्वार्ट की दक्षिण अफ्रीकी टीम भी वर्षो की निराशा को मिटाने के इरादे से उतरेगी।

दोनों टीमों का सफर इस टूर्नामेंट में एक जैसा रहा- उतार-चढ़ाव, शानदार जीतें और कठिन हारें। लेकिन फाइनल में जगह बनाने के लिए दोनों ने जज़्बे और टीमवर्क का जबरदस्त उदाहरण पेश किया है।

प्रमुख भिड़ंतें

स्मृति मंधाना बनाम मरिज़ाने कैप: मंधाना की टाइमिंग और कवर ड्राइव्स बनाम कैप की स्विंग और स्पीड- यह भिड़ंत तय करेगी शुरुआती लय।

जेमिमा रोड्रिग्स बनाम क्लो ट्रायॉन: सेमीफाइनल की नायिका जेमिमा अब स्पिन के जाल से पार पाने की चुनौती के सामने हैं।

दीप्ति शर्मा बनाम नादिन डे क्लार्क: टूर्नामेंट की सबसे सफल गेंदबाज बनाम दक्षिण अफ्रीका की पावर हिटर- एक गलती पूरे मैच का रुख बदल सकती है।

भारत की ताकत

हरमनप्रीत की कप्तानी, मंधाना और जेमिमा की लय, और दीप्ति की चतुर गेंदबाज़ी- यही भारत की सबसे बड़ी ताकत हैं। टीम में युवा जोश और अनुभव का संतुलन देखने लायक है।

दक्षिण अफ्रीका की चुनौती

वोल्वार्ट का शानदार फॉर्म, डे क्लार्क की विस्फोटक बल्लेबाज़ी और कैप की ऑलराउंड क्षमता टीम को मजबूती देती है। पिछली हार की याद उन्हें और आक्रामक बनाएगी।