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स्पोर्ट्स डेस्क: अपने बल्ले से दिग्गज गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने वाले टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग (Virender Sehwag) ने अपने बच्चों के भविष्य के बारे में बात करते हुए कहा मैं अपने बेटों को एक और वीरेंद्र सहवाग बनते नहीं देखना चाहता हूं। वह मुझे छोड़कर किसी भी महान क्रिकेटरों जैसा बने।

वीरेंद्र सहवाग अपने बच्चों को क्या बनाना चाहते है 

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दरअसल, एक वेबसाइट से बातचीत के दौरान वीरेन्द्र सहवाग ने कहा, 'मैं अपने बेटों को एक और वीरेंद्र सहवाग बनते नहीं देखना चाहता। वे विराट कोहली या हार्दिक पांड्या या एमएस धोनी बन सकते हैं। लेकिन उन्हें क्रिकेटर्स बनने की ज़रूरत नहीं है। वे अपना करियर खुद चुन सकते हैं और हम इसमें उनकी मदद करेंगे। जहां तक ​​संभव हो, उन्हें खुद चीजों को हासिल करना चाहिए। आखिर में उन्हें एक अच्छा इंसान बनना चाहिए।' सहवाग ने आगे कहा, 'क्रिकेट ने मुझे वह सब कुछ दिया है जो मेरे पास है। जब मैं दिल्ली लीग सर्किट में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहा था तब मुझे नजफगढ़ से एक-दो घंटे की यात्रा करनी पड़ती थी। क्रिकेट ने मुझे मेरी जिंदगी में ये मुकाम दिया है और अब वक्त आ गया है उसे समाज को वापस देने का समय है।' 

वीरेंद्र सहवाग के क्रिकेट करियर पर एक नजर 

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वहीं अगर सहवाग के क्रिकेट करियर पर एक नजर डाले तो उन्होंने 104 टेस्ट मैचों में 8586 रन बनाए हैं। जिसमें 23 टेस्ट शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं 251 वनडे मैचों में सहवाग के 8273 रन ठोके हैं। जिसमें 15 सेंचुरी और 38 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। वीरू ने मार्च 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करियर का आखिरी टेस्ट मैच खेला था। इंटरनैशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद वीरू सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव रहते हैं।