खेल डैस्क : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास को लेकर बड़ा दावा किया है। कैफ का कहना है कि कोहली टेस्ट क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहते थे, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और चयनकर्ताओं ने पिछले पांच वर्षों में उनके खराब फॉर्म का हवाला देकर उन्हें टीम में जगह नहीं दी। कोहली ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम हैंडल के जरिए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जिसने क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया। 36 वर्षीय कोहली को दुनिया के सबसे फिट क्रिकेटरों में गिना जाता था, और कई लोग उम्मीद कर रहे थे कि वह 40 की उम्र तक खेलेंगे।
कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक, 31 अर्धशतक और 254* का सर्वश्रेष्ठ स्कोर शामिल है। वह भारत के लिए टेस्ट में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, सचिन तेंदुलकर (15,921), राहुल द्रविड़ (13,288) और सुनील गावस्कर (10,122) के बाद। संन्यास की घोषणा से पहले कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि बीसीसीआई चाहता था कि कोहली इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए अपने फैसले पर पुनर्विचार करें, लेकिन कोहली ने अपने पसंदीदा प्रारूप को अलविदा कहने का फैसला किया।

कैफ ने कहा कि मुझे लगता है कि कोहली इंग्लैंड सीरीज के लिए जाना चाहते थे। बीसीसीआई और चयनकर्ताओं ने उनके पिछले 5-6 साल के प्रदर्शन का हवाला देकर समर्थन नहीं किया। रणजी ट्रॉफी खेलने के बाद, वह टेस्ट में वापसी करना चाहते थे, लेकिन उन्हें वह समर्थन नहीं मिला। उन्होंने कोहली के आउट होने के तरीके पर भी टिप्पणी की, जो क्रीज पर लंबे समय तक टिकने की उनकी तैयारियों पर सवाल उठाता है।
कैफ ने कहा कि रोहित शर्मा का संन्यास (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के बाद) अपेक्षित था, लेकिन कोहली का फैसला चौंकाने वाला था। कैफ ने कहा कि 36 साल के फिट कोहली वापसी कर सकते थे। वह युवाओं को मार्गदर्शन दे सकते थे। टेस्ट उनका पसंदीदा प्रारूप था। कोहली का यह निजी फैसला उनके शानदार टेस्ट करियर के अंत का प्रतीक है।