Sports

स्पोर्ट्स डेस्क :  भारतीय खेमा अपनी 15 सदस्यीय टीम और चार रिजर्व खिलाड़ियों के साथ कुछ दिनों में टी20 विश्व कप 2022 के लिए ऑस्ट्रेलिया की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, उससे पहले टीम प्रबंधन खिलाड़ियों की फिटनेस पर कड़ी नजर रख रहा है, लेकिन कुछ दिग्गज चोटों का सामना करते दिखे जिससे चिंता भी बढ़ती जा रही है। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम पहले ही रवींद्र जडेजा के बाहर होने के रूप में बड़ा झटका झेल चुकी है, तो वहीं जसप्रीत बुमराह के टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की संभावना पर भी अभी सवाल है, क्योंकि उनकी हालिया पीठ में फ्रैक्चर की चोट है। हाल ही में हुए आईपीएल में हार्दिक पांड्या ने खुद को साबित किया। फिलहाल वह फिट नजर आ रहे हैं। ऑलराउंडर के रूप में वह सबसे अहम नजर आ रहे हैं, लेकिन फिर भी टीम प्रबंधन को चाहिए कि वह बड़े खिलाड़ियों की फिटनेस पर नजर रखे। टी20 विश्व कप 16 अक्तूबर से शुरू होने जा रहा है।  वहीं 4 अक्तूबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच होना बाकी है। अगर उस मैच में या फिर टी20 विश्व कप के शुरूआती मैचों में ही कुछ खिलाड़ी चोटिल हो जाते हैं तो भारतीय टीम मुसीबत में पड़ सकती है। ऐसे में टीम प्रबंधन को टूर्नामेंट के दाैरान खिलाड़ियों की फिटनेस पर पैनी नजर रखनी होगी। ऐसे में आइए जानें उन 3 खिलाड़ियों के बारे में, जो अगर चोटिल होते हैं तो भारत टूर्नामेंट में मुसीबत में फंस सकता है-

1. रोहित शर्मा
रोहित शर्मा टी20 विश्व कप 2022 में भारतीय टीम की कप्तानी करेंगे और पूर्णकालिक नेतृत्व की भूमिका निभाने के बाद एक कप्तान के रूप में उनके लिए यह पहला आईसीसी टूर्नामेंट होगा। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज बल्ले से जबरदस्त लय में है और गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर सकता है। 35 वर्षीय रोहित के नाम चार T20I शतक हैं और उनकी आक्रामक मानसिकता विरोधियों को चिंता में डालती है। हालांकि, रोहित की चिंताओं में से एक उनकी फिटनेस है जो टूर्नामेंट में मुश्किल खड़ी कर सकती है। वेस्टइंडीज में हाल ही में T20I सीरीज के दौरान, रोहित को पीठ में ऐंठन का सामना करना पड़ा और उन्हें अपनी पारी के बीच में ही रिटायर हर्ट होना पड़ा। उन्हें अंतिम टी20आई के लिए आराम दिया गया था ताकि वह अपनी पूरी फिटनेस हासिल कर सकें। पिछले कुछ सालों में, रोहित को अपनी हैमस्ट्रिंग की समस्या थी और वह कई महत्वपूर्ण दौरों से चूक गए थे। उनकी अपार क्षमता को देखते हुए, प्रबंधन को पूरे टूर्नामेंट में रोहित की अत्यधिक देखभाल करने की जरूरत होगी।

PunjabKesari


2. भुवनेश्वर कुमार 
भुवनेश्वर कुमार अनुभवी तेज गेंदबाज हैं जो विश्व कप टीम में चुने गए हैं। उनका पूरे टूर्नामेंट में फिट रहना बहुत जरूरी है। जब वह नई गेंद को स्विंग करना शुरू करते हैं तो विरोधी बल्लेबाज चकमा खा जाते हैं। दाएं हाथ के सीमर ने हाल ही में अफगानिस्तान के खिलाफ पांच विकेट लिए हैं और उनके पास महान कौशल है। उनके पास नॉक बॉल सहित कई विविधताएं हैं और यॉर्कर को भी अंदर ले जा सकते हैं। हालांकि 32 वर्षीय भुवनेश्वर वर्तमान में भारत के लिए सिर्फ टी20आई प्रारूप खेल रहे हैं। उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20I सीरीज के लिए आराम दिया गया था। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया में T20 विश्व कप टीम 2022 में चुना गया था। भुवनेश्वर ने अतीत में चोटों का सामना किया है और आईपीएल में उनकी फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा बहुत सारे खेलों के लिए उन्हें दरकिनार कर दिया गया था। 2019 विश्व कप में, भुवनेश्वर को टूर्नामेंट के बीच में चोट लग गई थी और उसका खामियाजा भारत ने भुगता था। जांघ की चोट से लेकर हैमस्ट्रिंग की समस्याओं तक, भुवनेश्वर ने यह सब देखा है और यह बहुत महत्वपूर्ण है कि उनका कार्यभार उसी के अनुसार प्रबंधित किया जाए। अगर जसप्रीत बुमराह उपलब्ध नहीं होते हैं तो फिर भुवनेश्वर ही होंगे जो तेज गेंदबाजी आक्रमण को लीड करेंगे।

PunjabKesari

3. हर्षल पटेल 
हर्षल पटेल ने हाल ही में अपनी चोट से ऊभरकर ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20I सीरीज के लिए भारतीय टीम में वापसी की। 31 वर्षीय हर्षल पटेल पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू के बाद से गेंद के साथ शानदार रहे हैं और उन्होंने डेथ ओवरों में गेंदबाजी करने की जिम्मेदारी ली है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलने वाले ऑलराउंडर को डेथ ओवरों में आजमाया जता है और वह ज्यादातर मौकों पर सही साबित भी हुए हैं। पटेल के पास अपनी फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए लगातार दो बेहतरीन आईपीएल सीजन रहे हैं और इससे उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल करने में मदद मिली। इसके अलावा वह बल्ले से रन बनाने की काबिलियत भी रखते हैं, लेकिन चोट ने भी उनका करियर थोड़ा प्रभावित किया है। पटेल को अपनी पसली में चोट लगी और हाल ही में एशिया कप 2022 से बाहर हो गए थे। वह वेस्टइंडीज दौरे के आखिरी कुछ मैचों में भी नहीं खेल पाए थे और उन्हें ठीक होने में एक महीने से ज्यादा का समय लगा था। उन्हें एनसीए में रिहैबिलिटेशन से गुजरना पड़ा, लेकिन उनकी वापसी उतनी कारगर नहीं रही। बुमराह के साथ हुई हालिया गलती के बाद प्रबंधन को पटेल की फिटनेस पर ध्यान देना होगा।

PunjabKesari