स्पोर्ट्स डेस्क: अंडर19 विश्व कप में दिल तोड़ने वाली हार के बाद भारतीय खिलाड़ियों के साथ बांग्लादेशी टीम ने बेहद बुरा बर्ताव किया। बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने जीत के बाद भारतीय खिलाड़ियों के साथ बदसलूकी की। ऐसे में टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने इस विवाद पर पहली बार बोलते हुए बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, शर्मसार करने वाले इस वाक्ये पर बात करते हुए सचिन ने कहा, एक इंसान किसी शख्स को सिखाने की कोशिश कर सकता है लेकिन यह उस शख्स के कैरेक्टर पर भी निर्भर करता है कि वह क्या सीखता है। नाजुक स्थितियों में इंसान को कुछ चीजों पर कंट्रोल करना चाहिए और यह नहीं भूलना चाहिए कि पूरी दुनिया उन्हें देख रही है। तेंदुलकर ने आगे कहा, इसलिए मुझे लगता है कि यह ऐसे पल होते हैं जहां कंट्रोल्ड एग्रेशन मदद करता है। खिलाड़ी को आक्रामक होना चाहिए लेकिन बोलना और गलत भाषा का उपयोग करने का मतलब आक्रामकता नहीं है। आक्रामकता आपके खेल में होनी चाहिए।
गौरतलब है कि इस विवाद के बाद बंगलादेश के तीन और भारत के दो खिलाड़ी आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन के दोषी साबित हुए हैं। बंगलादेश ने भारतीय अंडर-19 टीम को फाइनल में तीन विकेट से मात दी थी जिसके बाद बंगलादेश और भारतीय खिलाड़ियों के बीच विवाद हो गया था। इस विवाद को लेकर हालांकि बंगलादेश टीम के कप्तान अकबर अली ने बाद में माफी भी मांगी थी। बंगलादेश के मोहम्मद तोहिद ह्रदॉय, शमीम हुसैन और रकीबुल हसन आईसीसी की धारा 2.21 तोड़ने के दोषी पाए गए हैं जबकि भारत की तरफ से आकाश सिंह और रवि बिश्नोई धारा 2.5 तोड़ने के दोषी ठहराए गए हैं।