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नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका को हराकर टी-20 विश्वकप चैंपियन बनी भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम को पुरस्कार स्वरूप 20.36 करोड़ रुपए मिले। इस बार टूर्नामेंट शुरु होने से पहले अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) रिकार्ड पुरस्कार राशि का बजट 93.51 करोड़ रुपए रखा था। उसी के अनुसार फाइनल में जीतने वाली भारतीय टीम को 20.36 करोड़ रूपए की राशि दी गई है। वहीं फाइनल में हारने वाली टीम दक्षिण अफ्रीका को 10.64 करोड़ रुपए से संतोष करना पड़ा। 

इस बार टूर्नामेंट में रिकॉर्ड 20 टीमों ने भाग लिया था। सेमीफाइनल खेलकर बाहर होने वाली टीमों को 6.54 करोड़ रुपए। इनमें अफगानिस्तान और इंग्लैंड की टीमें शामिल हैं। दूसरे दौर यानी सुपर-8 को पार करने में नाकाम रहने वाली टीमों को 3.17 करोड़ रुपए तथा नौ से 12वें स्थान पर रहने वाली टीमों को 2.05 करोड़ रुपए तथा 13 से 20वें स्थान पर रहने वाली हर एक टीम को 1.87 करोड़ रुपए मिले। इसके अलावा हर एक टीम को टूर्नामेंट में जीतने वाले मैच पर अतिरिक्त 25.89 लाख रुपए दिए गए है। 

मैच की बात करें तो भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। 34/3 पर सिमटने के बाद विराट (76) और अक्षर पटेल (31 गेंदों में 47, एक चौके और चार छक्कों की मदद से) के बीच 72 रनों की जवाबी साझेदारी ने खेल में भारत की स्थिति को बहाल किया। विराट और शिवम दुबे (16 गेंदों में 27, तीन चौकों और एक छक्के की मदद से) के बीच 57 रनों की साझेदारी ने भारत को अपने 20 ओवरों में 176/7 तक पहुंचाया। केशव महाराज (2/23) और एनरिक नॉर्टजे (2/26) दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष गेंदबाज थे। मार्को जेनसन और एडेन मार्करम ने एक-एक विकेट लिया। 

177 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए प्रोटियाज का स्कोर 12/2 हो गया और फिर क्विंटन डी कॉक (31 गेंदों में 39 रन, चार चौके और एक छक्का) और ट्रिस्टन स्टब्स (21 गेंदों में 31 रन, तीन चौके और एक छक्का) के बीच 58 रनों की साझेदारी ने दक्षिण अफ्रीका को खेल में वापस ला दिया। हेनरिक क्लासेन (27 गेंदों में 52 रन, दो चौके और पांच छक्के) के अर्धशतक ने खेल को भारत से दूर ले जाने की मदद दी। हालांकि अर्शदीप सिंह (2/20), जसप्रीत बुमराह (2/18) और हार्दिक (3/20) ने डेथ ओवरों में शानदार वापसी की और दक्षिण अफ्रीका को 20 ओवरों में 169/8 पर रोक दिया।