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सिडनी : ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड (Andrew McDonald) ने शनिवार को कहा कि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की दूसरी पारी में की गई आक्रामक बल्लेबाजी से वह चिंतित नहीं है लेकिन मैच के शुरुआती दिन इस बल्लेबाज की अति रक्षात्मक रवैया उनके लिए हैरान करने वाला था। पंत ने पहली पारी में क्रीज पर 149 मिनट बिताए और शरीर पर कई चोटें खाते हुए 98 गेंदों में 40 रन बनाए। पंत ने इस पारी के बाद कहा था कि वह आक्रमण करने की मानसिक स्थिति में नहीं थे। इस बल्लेबाज ने हालांकि दूसरी पारी में विपरीत अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए मिचेल स्टार्क की लगातार गेंदों पर बड़े छक्के जड़े। उन्होंने स्कॉट बोलैंड और ब्यू वेबस्टर को भी नहीं बख्शा और दोनों गेंदों के खिलाफ छक्के लगाए।


मैकडोनाल्ड ने दूसरे दिन के खेल के बाद कहा कि सबसे पहले तो मैं यह कहना चाहूंगा कि पंत की आज की बल्लेबाजी को देखकर कोई हैरानी नहीं हुई। हम हालांकि पहली पारी में उनकी बल्लेबाजी से थोड़े हैरान थे। उसके पास गेंदबाजों पर दबाव बनाने की शानदार क्षमता है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने हालांकि दूसरी पारी में पंत को 61 रन पर आउट कर भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। मैकडोनाल्ड ने कहा कि हमने उसके खिलाफ योजना बनायी थी, हमने इस श्रृंखला के लिए उसके लिए योजना बनायी थी। हम इस दौरान कई बार अपनी योजनाओं से भटक रहे थे और उसे बाउंड्री लगाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे। यह एक ऐसी पारी थी जिसके बारे में आप कहेंगे कि यह उस समय के लिए सही थी।


इस दौरे पर विराट कोहली नौ पारियों में 8 बार ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर विकेट के पीछे (विकेटकीपर या स्लिप क्षेत्ररक्षक) लपके गए। ऑस्ट्रेलिया के कोच मैकडोनाल्ड ने टीम के गेंदबाजों खासकर बोलैंड को सलाह दी थी कि कोहली के खिलाफ ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी जारी रखे। बोलैंड ने इस श्रृंखला में भारतीय दिग्गज को 4 बार आउट किया। मैकडोनाल्ड से जब पूछा गया कि क्या कोहली को इस तरह आउट करना आसान था? उन्होंने कहा- नहीं, कोहली को आउट करना कभी आसान नहीं होता है।


उन्होंने कहा कि मैं योजना को लागू करने का पूरा श्रेय गेंदबाजों को दूंगा। योजना बनाना एक बात है, लेकिन फिर उसे मैदान पर उतारना दूसरी बात है। इससे वह (कोहली) काफी दबाव में आ गया। उसने कुछ रणनीति बनाई। उसने अपनी क्रीज से बाहर निकलने की कोशिश की है। उसने अलग-अलग रणनीति भी आजमाई है। लेकिन स्पष्ट रूप से हमारे गेंदबाजों, विशेष रूप से स्कॉटी (बोलैंड) का सामना करना उसके लिए काफी मुश्किल रहा। वह कभी भी आसान विकेट नहीं रहा है।