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पर्थ : ऑस्ट्रेलिया के सीनियर तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क (Mitchell Starc) ने शुक्रवार को यहां पहले टेस्ट के पहले दिन भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) के विवादास्पद कैच आउट होने को लेकर हो रही चर्चा को कमतर आंकते हुए कहा कि यह नियमानुसार लिया गया सामान्य विकेट था। राहुल के आउट होने से विवाद खड़ा हो गया और दोनों देशों के पूर्व खिलाड़ियों ने मैदानी अंपायर के ‘नॉट आउट' फैसले को पलटने के तीसरे अंपायर के फैसले पर सवाल उठाए। मैदानी अंपायर रिचर्ड केटलबरो ने राहुल के पक्ष में फैसला दिया था लेकिन मेजबान टीम ने डीआरएस लिया। तीसरे अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने ‘स्प्लिट स्क्रीन व्यू' देखे बिना यह फैसला बदल दिया।

 


‘स्पिलट स्क्रीन व्यू' से उन्हें यह स्पष्ट हो जाता कि स्टार्क की गेंद वास्तव में बल्ले से टकराई थी या ‘स्निको' पर पैड के बैट के टकराने की आवाज आई थी। स्टार्क ने कहा कि यह फैसला निश्चित रूप से पलट गया। लेकिन मुझे लगा कि यह नियम के अधीन लिया गया विकेट था। इसकी टाइमिंग से मुझे लगा कि यह नियमित विकेट था। स्टार्क (14 रन देकर दो विकेट) ने यशस्वी जायसवाल को आउट करके श्रृंखला का पहला विकेट हासिल किया। 

 

 

स्टार्क ने कहा कि मुझे लगता है कि आज काफी अच्छी गेंदबाजी हुई। जाहिर है कि विकेट में काफी कुछ था और शायद ऐसा लगा कि यह ‘हार्डबॉल' विकेट था। उन्होंने कहा कि जब भारतीय पारी के अंत में जब गेंद थोड़ी ‘सॉफ्ट' होने लगी तो शायद यह उतनी कारगर नहीं रही। अब भी पिच से मदद मिल रही थी लेकिन यह नयी ‘हार्डबॉल' जितनी कारगर नहीं थी।


स्टार्क ने कहा कि मुझे लगता है कि टीमों को दूसरी पारी में इस पर ध्यान देना चाहिए कि अगर आप मुश्किल समय में संभल जाते हो तो बल्लेबाजी करना आसान हो जाएगा। आउटफील्ड काफी धीमी है इसलिए रन बनने में थोड़ी मुश्किल हुई। हमने इतनी धीमी आउटफील्ड काफी लंबे समय बाद देखी है।