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जोहानिसबर्ग : पिछले साल सभी प्रारूपों में दक्षिण अफ्रीका के शानदार प्रदर्शन से प्रभावित पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ को यकीन है कि अपनी मेजबानी में 2027 पुरूष वनडे विश्व कप खेलने से पहले ही वे आईसीसी ट्रॉफी के लिए लंबा चला आ रहा इंतजार खत्म कर देंगे। एसए 20 लीग कमिश्नर स्मिथ ने कहा, ‘उम्मीद है कि हम चैम्पियंस ट्रॉफी या विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल जीतकर इस इंतजार को खत्म कर देंगे। लेकिन अगर दक्षिण अफ्रीका अपनी सरजमीं पर विश्व कप जीतता है तो यह शानदार होगा।' 

महज 22 वर्ष की उम्र में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान बनने के बाद बतौर कप्तान 54 टेस्ट जीत दिलाने वाले इस दिग्गज ने कहा, ‘अगले तीन साल में हम स्टेडियमों, पिचों और अपने क्रिकेट इकोसिस्टम को बेहतर करने के प्रयास जारी रखेंगे ताकि 2027 वनडे विश्व कप तक हम प्रबल दावेदार रहें।' दक्षिण अफ्रीका ने सेंचुरियन में बॉक्सिंग डे टेस्ट में पाकिस्तान को हराकर डब्ल्यूटीसी फाइनल में प्रवेश किया जहां 11 से 15 जून तक लाडर्स पर उसका सामना ऑस्ट्रेलिया से होगा। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका पुरूष और महिला टी20 विश्व कप और इस साल की शुरूआत में अंडर 19 महिला विश्व कप में उपविजेता रहा। 

स्मिथ ने इन आलोचनाओं को भी खारिज किया कि डब्ल्यूटीसी फाइनल का दक्षिण अफ्रीका का सफर आसान रहा है। उन्होंने कहा, ‘आजकल क्रिकेट में कोई सफर आसान नहीं होता। शुरू ही से सभी टीमों को पता था कि किसे किससे खेलना है। दक्षिण अफ्रीका ने लगातार सात टेस्ट जीतकर क्वालीफाई किया है। सभी को टेस्ट इकोसिस्टम देखना चाहिए कि वह कैसे काम करता है।' 

‘क्लब बनाम देश' की बहस पर स्मिथ का मानना है कि टी20 क्रिकेट का बढ़ना तय है लेकिन सभी सदस्य देशों को मिलकर ऐसा मॉडल बनाना होगा कि बाकी प्रारूप भी सुरक्षित रहें। दक्षिण अफ्रीका के लिए 117 टेस्ट में 9265 रन बना चुके स्मिथ ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि टेस्ट क्रिकेट मजबूत रहे और अगर छह सात देशों में भी रह गया तो काफी प्रतिस्पर्धी होगा और मजबूत भी बना रहेगा।' 

दुनिया भर में शुरू हो रही फ्रेंचाइजी आधारित टी20 लीग के बीच टेस्ट क्रिकेट के अस्तित्व को बचाये रखने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘टी20 क्रिकेट ने अमेरिका और दूसरे क्षेत्रों में नये दर्शक दिए हैं और अब हम इसे ओलंपिक में भी देखेंगे। इसने काफी दर्शक बनाए हैं। मुझे लगता है कि फ्रेंचाइजी आधारित क्रिकेट में आखिर में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तीन चार लीग बचेंगी और शायद एक टू टियर सिस्टम। भविष्य में सभी सदस्य देशों को साथ मिलकर एक दूसरे को मजबूत रखना होगा।'

उन्होंने कहा कि शेड्यूलिंग भी अहम है जिससे राजस्व का प्रवाह बना रहता है अन्यथा व्यावसायिक रूप से टेस्ट क्रिकेट भारी दबाव में आ जाएगा। उन्होंने कहा, ‘शेड्यूलिंग से भी राजस्व मॉडल पर फर्क पड़ता है। भारत का उदाहरण लीजिये जो काफी टूर करता है और दूसरे देशों में राजस्व का प्रवाह बना रहता है लेकिन अगर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश एक दूसरे से ही खेलते रहे और अफ्रीकी या दूसरे देशों से नहीं खेलेंगे तो कठिन हो जाएगा क्योंकि टेस्ट क्रिकेट व्यावसायिक तौर पर दबाव में है।' 

उन्होंने कहा, ‘अगर आप देखें कि पैसे का प्रवाह कैसा है और खर्च कितने हैं तो इससे टेस्ट क्रिकेट पर दबाव रहेगा। इसके लिये साथ काम करके ऐसा मॉडल बनाना जरूरी है कि सभी प्रारूप बने रहें और फलते फूलते रहें।'