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खेल डैस्क : टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर ध्रुव ज्यूरेल का भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान प्रदर्शन शानदार रहा था। ज्यूरेल ने चौथे टेस्ट में बल्ले के साथ शानदार प्रदर्शन कर खूब चर्चा बटोरी थीं। इस दौरान ज्यूरेल का सैल्यूट मारते का वीडियो भी वायरल हुआ था। बाद में पता चला कि ध्रुव के पिता कारगिल युद्ध में भाग ले चुके हैं, उन्होंने अपनी पारी पिता को समर्पित करने के लिए ऐसा किया था। अब इस घटनाक्रम में एक नया अध्याय जुड़ गया है जब एक क्रिकेट शो के दौरान भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में बेटे द्वारा बढ़िया प्रदर्शन करने पर पिता नेम चंद ने उन्हें सैल्यूट किया। पिता के सैल्यूट करने पर ध्रुव भी भावुक होते नजर आए। 

 


ज्यूरेल ने शो के दौरान अपने क्रिकेट करियर, आईपीएल, धोनी पर भी बात की। उन्होंने क्रिकेट की तैयारियों बाबत कहा कि मेरे पिताजी (भारतीय) सेना में थे। वह चाहते थे कि मैं विशेष बलों में शामिल हो जाऊं और एनडीए (राष्ट्रीय रक्षा अकादमी परीक्षा) की तैयारी करूं। पिताजी आहार और प्रशिक्षण में अनुशासित थे। (लेकिन) वह क्रिकेट के पक्ष में नहीं थे। इसलिए मैंने पिताजी को (शुरुआत में) नहीं बताया कि मैंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया है। उन्होंने मुझे पढ़ाई जारी रखने के लिए मनाने की कोशिश की। फिर मैंने अपनी मां से संपर्क किया और हमने दोनों को एक साथ लाने की कोशिश की।

 

 

ज्यूरेल ने कहा कि प्रैक्टिस के दौरान मुझे अच्छे बैट की कमी महसूस होती थी। मुझे कश्मीर विलो का बैट चाहिए था जिसकी कीमत 5 से 6 हजार के बीच थी। तब मेरी मां ने अपनी सोने की चेन बेच दी थी। वहीं, टी20 विश्व कप में टीम में जगह बनाने पर ज्यूरेल ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो, मुझे ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। आइए बस नियंत्रणीय चीजों को नियंत्रित करें। ज्यूरेल ने इस दौरान अधिक टेस्ट मैच खेलने वालों को पुरस्कृत करने के बीसीसीआई के हालिया कदम की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि यह एक "महान पहल" है।