नई दिल्ली : बाएं हाथ के बल्लेबाज सौरभ तिवारी (Saurabh Tiwari) ने झारखंड और राजस्थान के बीच 16 फरवरी से जमशेदपुर में होने वाले रणजी ट्रॉफी के अंतिम लीग मैच के बाद पेशेवर क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। तिवारी ने अपने 17 साल के करियर में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया तथा भारत की तरफ से तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। वह जब टीम इंडिया में सक्रिय हुए थे तो उन्हें बाएं हाथ का धोनी भी कहा जाता था।
तिवाड़ी ने आईपीएल में भी 4 फ्रेंचाइजी टीम का प्रतिनिधित्व किया। 34 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी रिटायरमैंट पर कहा कि इस यात्रा को अलविदा कहना थोड़ा मुश्किल है जो मैंने अपनी स्कूली शिक्षा से पहले शुरू की थी। लेकिन मेरा मानना है कि यह इसके लिए सही समय है। मुझे लगता है कि अगर आप राष्ट्रीय टीम और आईपीएल में नहीं खेल रहे हो तो फिर राज्य की टीम में किसी युवा खिलाड़ी के लिए जगह खाली करना सही होगा। हमारी टेस्ट टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका मिल रहा है और इसलिए मैंने यह फैसला किया।
तिवारी ने भारत की तरफ से 2010 में 3 वनडे मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 49 रन बनाए। उन्होंने अब तक 115 प्रथम श्रेणी मैचों में 47.51 की औसत से 8030 रन बनाए हैं जिसमें 22 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं। आईपीएल में उन्होंने 93 मैच में 28.73 की औसत से 1494 रन बनाए। उन्होंने कल 181 टी20 मैच खेले जिसमें 3454 रन बनाए। तिवारी ने रणजी ट्रॉफी के वर्तमान सत्र में चार मैच खेले। झारखंड की टीम पहले ही नॉकआउट चरण की दौड़ से बाहर हो चुकी है।