Sports

स्पोर्ट्स डेस्क : दक्षिण अफ्रीका ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में पहले खेलते हुए डिकॉक (84 गेंदों पर 100), डुसेन (110 गेंदों पर 108) और मार्कराम (54 गेंदों पर 106) के शतकों की बदौलत 428 रन बनाए थे। जवाब में खेलने उतरी श्रीलंका की टीम ने 326 रन बनाए लेकिन वह मुकाबला 102 रन से हारने पर मजबूर हो गई। दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप में सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। इससे पहले 2015 में पर्थ में अफगानिस्तान के खिलाफ छह विकेट पर 417 रन बनाए थे।

 

यह भी पढ़ें:- SA vs SL : दक्षिण अफ्रीका ने 8वीं बार बनाए 400+ रन, World Cup का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी इनके नाम 


 

इससे पहले डिकॉक और डुसेन ने जहां दूसरे विकेट के लिए 204 रन जोड़कर मजबूत नीव रखी, वहीं मार्कराम ने 14 चौकों और तीन छक्कों की मदद से तूफानी पारी खेली। डिकॉक ने अपनी पारी में 11 चौके और तीन छक्के लगाए, जबकि डुसेन की पारी में 13 चौके और दो छक्के शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका के इन तीनों बल्लेबाजों का विश्व कप में यह पहला शतक भी है। इन तीनों के अलावा हेनरिक क्लासेन ने 20 गेंद पर तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 32 रन और डेविड मिलर ने 21 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 39 रन का योगदान दिया।

 

यह भी पढ़ें: -SA vs SL : ऐडन मार्करम ने ठोका Cricket World Cup का सबसे तेज शतक, टीम स्कोर हुआ 400 पार

 

श्रीलंका का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला सही साबित नहीं हुआ। विकेट बल्लेबाजी के लिए अनुकूल था और कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण श्रीलंका का गेंदबाजी आक्रमण कमजोर पड़ गया था। दिलशान मधुशंका ने शुरू में ही तेंबा बावुमा (08) को पगबाधा आउट करके श्रीलंका को अच्छी शुरुआत दिलाई थी लेकिन इसके बाद उसके गेंदबाज कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए। इस टूर्नामेंट के बाद वनडे से संन्यास लेने का फैसला कर चुके डिकॉक ने अपने सदाबहार अंदाज में बल्लेबाजी करके अपने करियर का 18वां शतक पूरा किया जबकि डुसेन ने उनका अच्छा साथ देकर अपने 50वें वनडे मैच में पांचवा शतक लगाया।

 

यह भी पढ़ें:-  SA vs SL : क्विंटन डी कॉक ने 83 गेंदों पर बनाया शतक, तोड़ा हमवत्न जैक कैलिस का बड़ा रिकॉर्ड

 

डिकॉक के आउट होने से यह साझेदारी टूटी, लेकिन इससे श्रीलंका के गेंदबाजों को किसी भी तरह की राहत नहीं मिली क्योंकि मार्कराम ने क्रीज पर उतरते ही ताबड़तोड़ रन बनाए तथा आयरलैंड के केविन ओब्रायन के विश्व कप में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड तोड़ा। ओब्रायन ने 2011 में 50 गेंद पर शतक लगाया था। श्रीलंका के स्पिनरों को पिच से किसी तरह की मदद नहीं मिली। आलम यह था कि 19 से लेकर 29वें ओवर तक 85 रन बने। श्रीलंका का क्षेत्ररक्षण भी अच्छा नहीं रहा और उसके खिलाड़ियों ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को कुछ मौके भी दिए।

 

 

 

जवाब में खेलने उतरी श्रीलंका टीम की शुरूआत खराब रही। निसांका 0 तो कुसल परेरा 7 रन बनाकर आऊट हो गए। लेकिन इसके बाद कुसल मेंडिस ने एक छोर संभाला और ताबड़तोड़ हिटिंग जारी रखी। मेंडिस को समरविक्रमा का सहयोग मिला जिन्होंने 23 रन बनाए। इसके बाद मेंडिस ने चरिथ असलांका के साथ पार्टनरशिप आगे बढ़ाई। मेंडिस 42 गेंदों पर 4 चौके और 8 छक्कों की मदद से 76 रन बनाकर रबाडा की गेंद पर क्लासेन को कैच थमा गए। इसके बाद अलसांका ने धनंजय डी सिल्वा (11) और कप्तान शनाका के साथ पारी को आगे बढ़ाया। 

 

 

असलांका 65 गेंदों पर 8 चौके और 4 छक्कों की मदद से 79 रन बनाने में सफल रहे। इसके बाद शनाका ने एक छोर संभाला और कुछ अच्छे शॉट लगाए लेकिन दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहे। असलांका ने हालांकि बीच में बल्ले से जौहर जरूर दिखाए। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों पर बड़े शॉट लगाए और श्रीलंका को 300 का आंकड़ा पार करने में मदद की। शनाका ने 62 गेंदों पर 6 चौके और 3 छक्कों की मदद से 68 रन बनाए। शनाका आऊट हुए तो कुसन रजिथा ने एक छोर संभाल लिया। उन्होंने 31 गेंदों पर चार चौके और एक छक्के की मदद से 33 रन बनाए। श्रीलंका की टीम 326 पर ऑलआऊट हो गई। मार्को जेन्सन, कागिसा रबाडा, केशव महाराज 22 विकेट लेने में सफल रहे। इसी तरह जेराल्ड कोएत्ज़ी ने 68 रन देकर सर्वाधिक 3 विकेट हासिल कीं।

 

प्लेइंग 11 

दक्षिण अफ्रीका : क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), टेम्बा बावुमा (कप्तान), रासी वान डेर डुसेन, एडेन मार्कराम, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, मार्को जेनसन, गेराल्ड कोएत्ज़ी, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, कैगिसो रबाडा

श्रीलंका : कुसल परेरा, पथुम निसांका, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), सदीरा समरविक्रमा, चैरिथ असलांका, धनंजय डी सिल्वा, दासुन शनाका (कप्तान), डुनिथ वेललेज, मथीशा पथिराना, दिलशान मदुशंका, कसुन राजिथा