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स्पोर्ट्स डेस्क : भारत ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में लगातार दूसरी बार टेस्ट सीरीज में हराया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-1 से जीतकर इतिहास रचा। इस सीरीज के दौरान विराट कोहली पहले टेस्ट मैच के बाद वापिस भारत लौट आए थे और उनकी जगह अजिंक्य रहाणे को टीम को कप्तानी सौंपी गई थी। रहाणे ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने दर्द को बयां किया कि कैसे उन्हें ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत का क्रेडिट नहीं दिया गया।

रहाणे ने कहा कि उस टेस्ट सीरीज के दौरान मैदान और ड्रेसिंग रूम में कई बोल्ड फैसले लिए गए थे पर इसका क्रेडिट किसी और ने लिया। मुझे पता है ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान मैंने क्या किया था। मैंने उस दौरान कुछ ऐसे फैसले लिए जिसका श्रेय किसी और ने ही लिया। पर यह मेरा स्वभाव नहीं है कि मैं खुद जाकर श्रेय लूं। मेरे लिए सीरीज जीतना अधिक महत्वपूर्ण था। यह टीम जीत थी और यह काफी मायने रखती है।

रहाणे ने इस समय खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और उन पर टीम से बाहर जाने का खतरा बना हुआ है। रहाणे ने आगे कहा कि जब लोग कहते हैं कि मेरा करियर खत्म हो गया है तो सिर्फ मुस्कुरा देता हूं। क्योंकि जो लोग इस खेल को जानते हैं वह इस तरह की बातें नहीं करते। टेस्ट क्रिकेट में मेरे योगदान और इस खेल को प्यार करने वाले लोग मेरी बात जरूर समझेंगे।

गौर हो कि साल 2020-21 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया गई थी। जहां एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में पूरी भारतीय टीम 36 रन पर ऑलआउट हो गई थी। वहीं तब भारतीय टीम के कप्तान रहे विराट कोहली बेटी वामिका के जन्म के लिए भारत वापिस आए। विराट के वापिस आने के बाद रहाणे ने भारतीय टीम की कमान संभाली और 0-1 से पिछड़ने के बाद सीरीज में 2-1 ऐतिहासिक जीत हासिल की।