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पुणेः किंग्स इलेवन पंजाब की टीम प्लेआॅफ से बाहर होने की कगार पर है पर फिर भी उनके पास यहां तक पहुंचने का माैका है। लेकिन इसके लिए तीन शर्तें रहेंगी। पहली- अपने आखिरी मैच में चेन्नई को हराए। दूसरी- रन रेट सुधारने के लिए 200 फीसदी प्रदर्शन। तीसरी- दिल्ली के खिलाफ मुंबई अपना मैच हारे।

पंजाब की टीम को चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ रविवार को होने वाले मुकाबले में जीत के साथ अच्छा नेट रन रेट भी चाहिए ताकि वह आईपीएल-11 के प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर सके।  पंजाब के लिए इस समय जो सकारात्मक बात है वह यह है कि उसका लीग मैच टूर्नामेंट का आखिरी लीग मैच है और उसे सारे समीकरण पता रहेंगे कि उसे प्लेऑफ में पहुंचने के लिए क्या करना है।

चेन्नई पहले से ही कर चुकी है क्वालिफाई
पंजाब इस समय 13 मैचों में छह जीत और 12 अंकों के साथ सातवें स्थान पर है जबकि चेन्नई कल दिल्ली में अपना पिछले मैच हारने के बावजूद प्लेऑफ के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी है। यदि चेन्नई टीम कल मैच जीतती है तो पंजाब की टीम बाहर हो जाएगी। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की कप्तानी वाली पंजाब टीम को यह मैच जीतने के साथ साथ अपने नेट रन रेट में भी सुधार करना है। पंजाब का नेट रन रेट माइनस 0.490 है और इसे सुधारने के लिए उसे 200 फीसदी प्रदर्शन करना होगा।   

मुंबई को हारना होगा मैच
पंजाब को रन रेट में तो आगे निकलना ही होगा बल्कि दूसरी टीमों के हारने की प्रार्थना भी करनी होगी। पंजाब को यदि प्लेऑफ में जाना है तो उसे उम्मीद करनी होगी कि मुंबई की टीम अपना आखिरी मैच दिल्ली के हाथों गंवा दे।  पंजाब की सबसे बड़ी समस्या इस समय उसका नेट रन रेट है जो आखिरी मैच जीतने के बावजूद उसे टूर्नामेंट से बाहर करा सकता है। पंजाब के खिलाडिय़ों को दबंग प्रदर्शन करना होगा ताकि वह बड़ी जीत हासिल कर सके।