नई दिल्ली : इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती 2 टेस्ट मैचों में बल्ले से लचर प्रदर्शन करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज कोना भरत (Kona Bharat) को एक और मौका देने की वकालत करते हुए भारत के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने कहा कि आंध्र के इस खिलाड़ी ने विकेट के पीछे अपनी भूमिका शानदार तरीके से निभाई है। भरत ने अब तक 7 टेस्ट मैच खेले है लेकिन वह एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके हैं। इस बात की संभावना है कि गुरुवार से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में बेहतर बल्लेबाजी के कारण ध्रुव जुरेल को पदार्पण का मौका मिले। भारत के लिए 25 टेस्ट खेलने वाले पार्थिव ने माना कि भारतीय टीम में विकेटकीपर के स्थान को लेकर उथल-पुथल है।
पार्थिव से ऑनलाइन बातचीत में कहा कि भरत ने निश्चित तौर पर इस श्रृंखला में अब तक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में भी (विकेटकीपिंग में) शानदार प्रदर्शन किया है। जहां तक रन बनाने की बात है तो इसमें कोई संदेह नहीं की आप उसके बल्ले से रन चाहते हैं। इस 38 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि यह कुछ ऐसा है जो नहीं हो पाया है।
पार्थिव ने कहा कि इन परिस्थितियों में भरत और जुरेल भारत के दो सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। उन्होंने कहा कि आप जो देख रहे हैं वह पेचीदा मामला है। आप बिना किसी संदेह के उनसे रन चाहते हैं। यह टीम प्रबंधन पर निर्भर है। हां, इस समय अस्थिरता है, आप इससे इनकार नहीं कर सकते। लेकिन आपको किसी के भी साथ मौका लेना होगा।
पार्थिव ने हैदराबाद में शुरुआती टेस्ट में कठिन परिस्थितियों में भरत की 41 और 28 रन की पारी की ओर इशारा करते हुए उन्हें एक और मौका देने की वकालत की। उन्होंने कहा कि आपको हालांकि हैदराबाद टेस्ट मैच की पहली पारी में उनके 41 रन को देखना होगा। दूसरी पारी में जब सभी मुख्य बल्लेबाज आउट हो गये थे तब भरत ने अश्विन के साथ मिलकर टीम की उम्मीद जगाई थी।
ईशान किशन के मुद्दे पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कुछ बोलने से बचना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से खिलाड़ी पर निर्भर (थकान के नाम पर विश्राम की मांग करना) करता है। किसी को नहीं पता है कि वह किस स्थिति में है। मैं व्यक्तिगत मामलों पर कुछ भी अटकलें लगाने से बचना पसंद करूंगा। यह पूरी तरह से उनका (बीसीसीआई और किशन का) फैसला है।