स्पोर्ट्स डेस्क : भारत ने पेरिस ओलंपिक खेलों में अब तक तीन पदक जीते हैं और तीनों पदक भारत शूटिंग में मिले हैं। शूटिंग में भारतवासियों की दिलचस्पी बढ़ रही है और इसकी शुरूआत साल 2004 के ओलिंपिक खेलों में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने की जब उन्होंने निशानेबाजी में पदक जीता। पिछले 4 ओलिंपिक खेलों से निशानेबाजी पदकों की सबसे बड़ी उम्मीद रहे हैं और भारत को खुशनुमा परिणाम भी मिले हैं। साल 2004 से भारत ने ओलिंपिक में कुल 22 पदक जीते हैं, जिनमें से 7 पदक, यानी एक तिहाई से सिर्फ एक कम अकेले निशानेबाजी में मिले हैं।
ओलिंपिक में भारत
भारत ने ओनिफिक में अब तक सखेलों में 38 पदक जीते हैं। इनमें सबसे ज्यादा 12 पदक हॉकी में मिले हैं। दूसरे नंबर पर भारत को 7-7 पदक शूटिंग और कुश्ती में मिले हैं। कुश्ती में भारत को पहला पदक 1952 में मिल गया था, जबकि शूटिंग की शुरुआत ही 2004 में हुई थी। पिछले 5 ओलिंपिक खेलों में देश की सबसे ज्यादा ग्रोथ निशानेबाजी में हुई है। फिलहाल हॉकी, शूटिंग और एथलेटिक्स ही ऐसे खेल है, जिनमें भारत के पास कम से कम एक गोल्ड है। ओलिंपिक, वर्ल्ड कप, वर्ल्ड चैम्पियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ जैसे मेजर शूटिंग इवेंट्स में भारत 150 गोल्ड और कुल 400 मेडल जीत चुका है।
तेजी से बढ़ रही शूटिंग खिलाड़ियों की संख्या
आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में हुई 60वीं नेशनल शूटिंग चैम्पियनशिप के राइफल और पिस्टल इवेंट में कुल 4575 शूटर्स ने हिस्सा लिया था। वहीं मौजूदा समय में नेसनल राइफल एसोसिएशन के पास रजिस्टर्ड शूटर्स की संख्या कुल 35,150 है। भोपाल स्थित एसोसिएशन की शूटिंग रेंज के स्थानीय कोच जफवर्धन सिंह चौहान के मुताबिक के रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2023 में 66वीं नेशनल प्रतियोगिता में अकेले फिफटल में ही 5 हजार से अधिक निशानेबाज पहुंचे थे।
इसलिए बढ़ रही खिलाड़ियों की रुचि
जयवर्धन के मुताबिक इस खेल में पारदर्शिता के कारण खिलाड़ी अधिक रुचि दिखा रहे हैं। यह व्यक्तिगत खेल है जिसमें हर खिलाड़ी का स्कोर कंप्यूटर में रिकॉर्ड होता है। इसके अलावा नेशनल टीम में अंदर-बाहर होने के लिए खिलाड़ियों को कम से कम स्कोर का क्राइटेरिया विभिन्न नेशनल टूनमिंट में पूरा करना होता है। यह स्कोर पूरा होने पर टीम में जगह मिल जाती है, स्कोर कम होने पर टीम से ड्रॉप हो जाते हैं।
भारत में पिछले 5 सालों में हुए तीन वर्ल्ड कप
देश में अब तक 53 मान्यता प्रप्त स्टेट यूनिट और एसोसिएशन हैं और 5 हजार से ज्यादा शूटिंग रेंज का नेटवर्क है जहां जिला स्तर से नेशनल लेवल तक की ओपन प्रतियोगिताएं होती रहती हैं। साल 2019 के बाद से भारत में 3 आईएसएसएफ वल्र्ड कप हो चुके हैं। इनमें दो दिल्ली और एक भोपाल में हुआ है।