खेल डैस्क : राजस्थान की चेन्नई पर गुवाहाटी के मैदान पर रोमांचक जीत में नितीश राणा का भी बड़ा योगदान रहा। राजस्थान जब पहले खेलते उतरी तो जायसवाल जल्दी आऊट हो गए। लेकिन इसके बाद तीसरे नंबर पर आकर नीतिश ने पावर हिटिंग की उदाहरण पेश कीं। उन्होंने 36 गेंदों पर 81 रनों की शानदार पारी खेली और पूरे मैदान में शॉट खेले। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन को कड़ी टक्कर दी और उनकी गेंदों पर खूब रन बनाए। उन्होंने चेन्नई के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए सिर्फ 19 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था। जब उन्होंने अर्धशतक बनाया तो उन्होंने क्रैडल सेलिब्रेशन मनाया जिससे दर्शकों की नजरें उनपर जम गईं। बता दें कि कोलकाता (KKR) के पूर्व कप्तान नितीश राणा और उनकी पत्नी साची मारवाह राणा अपने जीवन की नई पारी की तैयारी कर रहे हैं - इस बार वे जुड़वा बच्चों के माता-पिता बनने वाले हैं! इस जोड़े ने 6 मार्च को इंस्टाग्राम पर इस खुशखबरी की घोषणा की।

अपनी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच बने नितीश राणा ने कहा कि मैं बस नई गेंद का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा था। पावरप्ले महत्वपूर्ण था क्योंकि पुरानी गेंद टर्न लेती है और रुकती है। मैं विकेट या गेंदबाज की बजाय फ़ील्ड खेलना चाहता था। जब भी फाइन लेग या थर्ड-मैन ऊपर होता, तो मुझे गेंदबाज की गति का इस्तेमाल करना होता था। मुझे लगा कि मैं पिछले 2 मैचों में गेंद को बहुत जोर से मार रहा था। इस पर मैंने काम किया और इसे बदल दिया। वहीं, तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने पर उन्होंने कहा कि यह आज कोचों की ओर से एक रणनीतिक कदम था। उन्होंने सुझाव दिया था कि मैं किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हूं। ड्रेसिंग रूम में राहुल द्रविड़ और विक्रम राठौर के बीच बातचीत हुई और यह तय हुआ कि मैं आज तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करूंगा।
ऐसा रहा मैच
चेन्नई को जब आखिरी 6 ओवर में जीतने के लिए 70 रन चाहिए थे तो धोनी और जडेजा ने चौके छक्के लगाकर दर्शकों की सांसें बढ़ा दीं। लेकिन 20वें ओवर में धोनी के आऊट होते ही सब खत्म हो गया। इससे पहले चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था। राजस्थान ने नीतीश राणा के 36 गेंदों पर 81 तो रियान पराग के 37 रनों की बदौलत 182 रन बनाए। जवाब में खेलने उतरी चेन्नई ने 92 रन पर 4 विकेट गंवा दिए लेकिन ऋतुराज गायकवाड़ ने 63 रन बनाकर कुछ उम्मीदें जिंदा रखी। अंत में धोनी और जडेजा ने बडे़ शॉट लगाए लेकिन आखिरी ओवर में वह जरूरी स्कोर हासिल नहीं कर पाए। यह चेन्नई की सीजन में दूसरी हार थी जबकि राजस्थान की तीन मैचों में पहली जीत।