खेल डैस्क : अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की फिटनेस समस्या चिंता का विषय बनी हुई है, जिससे ऑस्ट्रेलिया में चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी 2024-25) के लिए उनकी उपलब्धता पर संदेह है। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) द्वारा मोहम्मद शमी को अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए मंजूरी देने की संभावना नहीं है, जब तक कि वह पूरी तरह फिट नहीं हो जाते। मौजूदा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 में बंगाल का अभियान बेंगलुरु में बड़ौदा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल हार के साथ समाप्त हुआ। शमी जोकि आखिरी बार वनडे विश्व कप 2023 में खेले थे, चोट के बाद वापसी कर रहे हैं।
भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद थी कि मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में वापसी करेंगे। हालांकि, उनकी वापसी योजना के अनुसार नहीं हुई है। अब शमी विजय हजारे ट्रॉफी में शामिल होंगे। जो दिसंबर के मध्य में शुरू होगी। सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शमी के बार तीन बार ऐसा हुआ जब उन्होंने 4 ओवर के स्पैल में 10 से ज्यादाकी इकोनमी से रन दे दिए। शमी ने 9 मैचों में सिर्फ 11 विकेट ही लिए। माना जा रहा है कि एनसीए उन्हें मार्च 2025 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में संभावित वापसी के लिए तैयार करना चाहता है। वह आईसीसी के प्रमुख 50 ओवर के टूर्नामेंट के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
भारत शमी की सेवाओं के बिना अपना ऑस्ट्रेलिया दौरा जारी रखेगा। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम का लक्ष्य 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन के गाबा में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में वापसी करना है। हालांकि, स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की फिटनेस को लेकर चिंताएं हैं, जो श्रृंखला में अग्रणी विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
एडिलेड में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रोहित शर्मा ने खुलासा किया कि अगर शमी पूरी तरह से फिट नहीं हैं तो टीम उन्हें खेलने के लिए प्रेरित करने का जोखिम नहीं उठाना चाहती, क्योंकि इससे और समस्याएं पैदा हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि पेशेवर लोग शमी की स्थिति पर नजर रख रहे हैं और वे उन पर अनावश्यक दबाव नहीं डालना चाहते। रोहित ने कहा था कि हम उसे ऐसी स्थिति में यहां नहीं लाना चाहते हैं और वह खेलता है और फिर उसे दर्द होता है या कुछ और हो जाता है। हम उन पर यहां आकर टीम के लिए काम करने का दबाव नहीं डालना चाहते।