खेल डैस्क : भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया। 36 वर्षीय कोहली ने एक भावुक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपने फैसले का ऐलान किया, जिसने प्रशंसकों और विशेषज्ञों को हैरान कर दिया, क्योंकि उनकी फिटनेस को देखते हुए माना जा रहा था कि वह कम से कम तीन साल और टेस्ट खेल सकते थे। यह फैसला इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से पहले और रोहित शर्मा के संन्यास के पांच दिन बाद आया। कोहली के टेस्ट करियर ने भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा शून्य छोड़ दिया है।
कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने उनके टेस्ट संन्यास पर भावुक प्रतिक्रिया दी। एएनआई से बातचीत में शर्मा ने कहा, "मैं भारतीय क्रिकेट में उनके अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें सलाम करता हूं। एक कोच के रूप में, मुझे गर्व है कि उन्होंने युवाओं के लिए जो मिसाल कायम की है। उन्होंने स्वीकार किया कि कोहली को टेस्ट के सफेद जर्सी में दोबारा न देख पाने का दुख है, लेकिन वे आशावादी हैं कि कोहली 2027 के वनडे विश्व कप तक भारत के लिए खेलेंगे। शर्मा ने कहा कि भावनात्मक रूप से यह दुखद है, लेकिन मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं। मुझे पूरा यकीन है कि वह 2027 विश्व कप जीतने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध होंगे।
कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्द्धशतक शामिल हैं। अब वह केवल वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और टीम को इस फॉर्मेट में सफलता दिलाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कोहली का वनडे रिकॉर्ड शानदार रहा है। हाल ही में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में वह भारत के लिए दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे, जिससे उनकी इस प्रारूप में अहमियत साबित होती है। बीसीसीआई ने कोहली को टेस्ट क्रिकेट में बनाए रखने की कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले पर अडिग रहे। कोहली की टेस्ट अनुपस्थिति भारतीय मध्यक्रम के लिए चुनौतीपूर्ण होगी, लेकिन उनके वनडे करियर पर प्रशंसकों की नजरें टिकी रहेंगी।