नई दिल्ली : दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के अध्यक्ष पद के लिए इस सप्ताह होने वाले चुनावों में मौजूदा अध्यक्ष रोहन जेटली को चुनौती देने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर कीर्ति आजाद (Kirti Azad) ने मौजूदा अधिकारियों पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) से मिले लगभग 140 करोड़ रुपए का केवल एक हिस्सा ही खर्च किया। वहीं, जेटली सहित डीडीसीए के मौजूदा पदाधिकारियों ने आजाद के आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। डीडीसीए की बैलेंस शीट के अनुसार राज्य इकाई को पिछले वित्तीय वर्ष में बीसीसीआई से 70 करोड़ रुपये की अनुदान आय (अनुदान या सब्सिडी के रूप में प्राप्त धन) प्राप्त हुई जबकि आईपीएल आय, बीसीसीआई से मैच फीस और अंतरराष्ट्रीय मैचों की टिकट बिक्री सहित अन्य स्रोतों से उसे लगभग 67 करोड़ रुपए की कमाई हुई।
इस पूर्व क्रिकेटर ने यह भी आरोप लगाया कि डीडीसीए ने फ्लडलाइट लगाने पर 17.5 करोड़ रुपए खर्च किए जबकि अहमदाबाद में इससे बहुत बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम ने साढ़े 7 करोड़ रुपए में यही काम किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डीडीसीए 19 करोड़ रुपए में 8 लिफ्ट लगा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां कोई स्वीमिंग पूल, कोई बैडमिंटन कोर्ट, कोई बार या लाउंज नहीं है। सदस्य इससे बेहतर के हकदार हैं। क्रिकेट के मामलों पर उन्होंने रणजी ट्रॉफी के नवीनतम सत्र के लिए 84 संभावित खिलाड़ियों को चुनने के तर्क पर सवाल उठाया। आजाद ने कहा कि 84 खिलाड़ियों में से 34 खेले। 30 सदस्यीय टीम अंडर-19 प्रतियोगिता के लिए गई। क्या आपने ऐसा कहीं सुना है? टीम में आमतौर पर 15 खिलाड़ी होते हैं। अगर सत्ता में आए तो आजाद ने शहर में नौ अकादमियां खोलने का वादा किया ताकि अधिक प्रतिभाएं सामने आ सकें।
आजाद ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि डीडीसीए को बीसीसीआई से प्रति वर्ष 140 करोड़ रुपए मिलते हैं, लगभग 12 करोड़ रुपए प्रति माह और 40 लाख रुपए प्रतिदिन। संघ को जो अनुदान मिला उसका कुप्रबंधन हुआ है। खातों का उचित तरीके से ऑडिट नहीं किया गया। क्रिकेट पर केवल 7 करोड़ रुपए खर्च किए गए। बाकी पैसा कहां जा रहा है। डीडीसीए के चुनाव 13 से 15 दिसंबर तक होने हैं। नतीजे 16 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य और बर्धमान-दुर्गापुर सीट से तृणमूल कांग्रेस के सांसद आजाद ने जेटली को चुनाव से पहले स्वस्थ बहस के लिए आमंत्रित किया था लेकिन डीडीसीए के मौजूदा अध्यक्ष मंगलवार को इसके लिए नहीं पहुंचे। जेटली की अगुआई वाले मौजूदा पदाधिकारियों के सत्ता में बने रहने की उम्मीद है लेकिन आजाद को बदलाव की लहर नजर आ रही है। चुनाव में कुल 3748 सदस्यों के मतदान करने की उम्मीद है।