नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व मुख्य कोच जस्टिन लैंगर (Justin Langer) ने भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की प्रशंसा करते हुए उन्हें दाएं हाथ का वसीम अकरम बताया है। मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में बुमराह 10.90 की औसत से 21 विकेट ले चुके हैं। उन्होंने अब तक श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाजों उस्मान ख्वाजा और नाथन मैकस्वीनी को भी 4-4 बार आउट किया है। ऐसे में लैंगर ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि मुझे उसका सामना करने से नफरत होगी। वह वसीम अकरम की तरह हैं। मेरे लिए वह वसीम अकरम का दाहिना हाथ संस्करण है। जब भी मुझसे यह सवाल पूछा जाता है कि 'आपके सामने अब तक का सबसे अच्छा गेंदबाज कौन है', तो मैं कहता हूं वसीम अकरम। क्योंकि उनके पास अच्छी गति है। वह हर बार एक ही स्थान पर गेंद डालते हैं। उनके बास अच्छा बाउंस है। वह गेंद को दोनों तरफ स्विंग करवा लेते हैं। अकरम यही करता था और उसका सामना करना एक बुरे सपने जैसा था।
लैंगर ने कहा कि मुझे बुमराह का सामना करने से नफरत होगी। वह एक महान प्रतिस्पर्धी है, वह अच्छी गति से गेंदबाजी करता है और वह अद्भुत है। मैंने सीरीज की शुरुआत में कहा था, अगर बुमराह फिट रहते हैं, तो यह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए वास्तव में कठिन गर्मी होने वाली है। अगर वह यहां नहीं होते तो मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया आसानी से सीरीज जीत लेता। मैं अभी भी इस बयान पर कायम हूं। लैंगर ने यह भी कहा कि शीर्ष क्रम के खराब प्रदर्शन के बावजूद टीम अपनी बल्लेबाजी में कोई बदलाव नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें अब श्रृंखला में 1-1 से कोई बदलाव करते हुए नहीं देख सकता। कुछ खिलाड़ियों के बारे में कुछ चर्चा होगी, लेकिन मुझे लगता है कि वे इसे वैसे ही रखेंगे।
लैंगर ने ब्रिस्बेन में तीसरा टेस्ट ड्रा समाप्त होने के बाद भारत के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के अचानक संन्यास लेने पर भी आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि मेहमान मेलबर्न और सिडनी में शेष दो टेस्ट मैचों में से कम से कम एक के लिए उनकी ओर रुख कर सकते हैं। अश्विन का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट था, जहां उन्होंने 18 ओवरों में 1-53 रन दिए और बल्ले से केवल 29 रन बनाए। भारत ने यह मैच 10 विकेट से गंवाया था। लैंगर ने अश्विन के संन्यास पर कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ कि अश्विन ने संन्यास ले लिया क्योंकि मुझे लगा कि वे उसका और (रवींद्र) जडेजा का इस्तेमाल करेंगे। शायद मेलबर्न या सिडनी में उनकी जरूरत होती। मुझे लगता है कि मेलबर्न और सिडनी अन्य दो स्थानों की तरह भारत के लिए उपयुक्त होंगे।