स्पोर्ट्स डेस्क : माउंट माउंगानुई के बे ओवल में खेले गए तीसरे टेस्ट में न्यूज़ीलैंड ने वेस्ट इंडीज़ को 323 रनों से करारी शिकस्त देकर सीरीज़ अपने नाम कर ली। इस जीत के साथ कीवी टीम ने सीरीज 2-0 से अपने नाम की, जबकि एक टेस्ट ड्रॉ रहा। मैच के हीरो तेज गेंदबाज जैकब डफी रहे जिन्होंने पांचवें दिन घातक गेंदबाजी करते हुए न सिर्फ मैच जिताया, बल्कि एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा विकेट लेने का सर रिचर्ड हैडली का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
पांचवें दिन डफी का कहर
पांचवें दिन के खेल में वेस्ट इंडीज़ को मैच बचाने की उम्मीद थी, लेकिन ड्रिंक्स ब्रेक के बाद तस्वीर पूरी तरह बदल गई। न्यूज़ीलैंड ने महज़ 25 रन के भीतर वेस्ट इंडीज़ के आठ विकेट झटक लिए। जैकब डफी ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए दूसरी पारी में 42 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए। इस प्रदर्शन के साथ डफी ने मैच में कुल 9 विकेट लिए और न्यूज़ीलैंड को बड़ी जीत दिलाई। उनकी सटीक लाइन-लेंथ और उछाल ने कैरेबियाई बल्लेबाज़ों को पूरी तरह असहज कर दिया।
वेस्ट इंडीज की मजबूत शुरुआत, फिर तेज पतन
462 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्ट इंडीज़ ने पांचवें दिन बिना विकेट गंवाए 87 रन बना लिए थे। ऐसा लग रहा था कि मेहमान टीम मैच को ड्रॉ की ओर ले जा सकती है। लेकिन ब्रैंडन किंग के आउट होते ही विकेटों की झड़ी लग गई। कुछ ही ओवरों में स्कोर 87/0 से 98/5 हो गया, जिसने वेस्ट इंडीज़ की उम्मीदों को तोड़ दिया। कप्तान रोस्टन चेज़ भी डफी का शिकार बने। लंच के बाद शाई होप ने थोड़ी देर संघर्ष किया, लेकिन एजाज़ पटेल की गेंद पर LBW होकर पवेलियन लौट गए। अंततः वेस्ट इंडीज़ की पूरी टीम 138 रन पर सिमट गई।
न्यूजीलैंड की पहली पारी ने रखी जीत की नींव
इस मैच में न्यूज़ीलैंड की जीत की कहानी पहली पारी से ही शुरू हो गई थी। कीवी टीम ने 575 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। डेवोन कॉनवे ने शानदार दोहरा शतक लगाया, जबकि कप्तान टॉम लैथम ने भी शतकीय पारी खेली। जवाब में वेस्ट इंडीज़ ने कावेम हॉज के शतक की बदौलत 420 रन बनाए, लेकिन पहली पारी में उन्हें 155 रनों की बड़ी बढ़त गंवानी पड़ी, जो बाद में निर्णायक साबित हुई।
दूसरी पारी में भी कीवी बल्लेबाजों का दबदबा
पहली पारी की बढ़त के बाद न्यूज़ीलैंड ने दूसरी पारी में भी आक्रामक रुख अपनाया। कॉनवे और लैथम ने एक बार फिर तेज़ शतक जड़कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। इसके बाद न्यूज़ीलैंड ने पारी घोषित कर वेस्ट इंडीज़ को 462 रनों का लगभग नामुमकिन लक्ष्य दिया।
रिकॉर्ड्स और अवॉर्ड्स
पिच से मिल रही उछाल और सीम मूवमेंट ने गेंदबाज़ों को मदद दी, जिसका न्यूज़ीलैंड ने भरपूर फायदा उठाया। जैकब डफी को दो टेस्ट में 14 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज़ चुना गया। वहीं, डेवोन कॉनवे को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला, क्योंकि वह एक ही टेस्ट में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले न्यूज़ीलैंड के पहले बल्लेबाज बने।
सीरीज पर कीवी टीम का कब्जा
इस बड़ी जीत के साथ न्यूज़ीलैंड ने सीरीज़ 2-0 से अपने नाम की और घरेलू मैदान पर अपना दबदबा एक बार फिर साबित किया। गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन ने वेस्ट इंडीज को पूरे सीरीज में बैकफुट पर रखा।