नई दिल्ली : भारोत्तोलन में भारत की पहली ओलंपिक पदकधारी कर्णम मल्लेश्वरी ने शनिवार को मीराबाई चानू के टोक्यो में जीते गए रजत पदक की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस मणिपुरी युवा की उपलब्धि ने 2000 सिडनी खेलों में उनके प्रयास को पीछे छोड़ दिया। मल्लेश्वरी (46 वर्ष) अब दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की कुलपति हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि सिडनी ओलंपिक के 25 साल बाद आज यह स्पर्धा देखना शानदार था। मीराबाई चानू को बधाई। भारोत्तोलन स्पर्धा दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का अहम हिस्सा होगी। मल्लेश्वरी 2000 में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भारोत्तोलक बन गयी थीं, उन्होंने 69 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था।