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नई दिल्ली: बीसीसीआई और भारतीय टीम प्रबंधन राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेजमेंट पर नजर रखे हैं, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी धीरज मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीमों को अभी तक कोई भी विशेष निर्देश नहीं मिले हैं। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के साथ महाप्रबंधक के तौर पर काम कर चुके मल्होत्रा ने कहा कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने संबंधित फ्रेंचाइजी से जुड़े सभी भारतीय खिलाड़ियों की एक विस्तृत कार्यभार निगरानी रिपोर्ट साझा की है। इससे निश्चित रूप से आईपीएल टीम की चिकित्सा इकाई को देश की मूल संस्था के साथ मिलकर काम करने में मदद मिलती है। 

यह पूछने पर कि विश्व कप संभावित खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए कोई विशेष निर्देश मिला है तो उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘अभी तक नही। एनसीए ने सभी अनुबंधित खिलाड़ियों पर एक रिपोर्ट भेजी है। हमारे पास अक्षर, कुलदीप और पृथ्वी हैं। उन्होंने हमें रिपोर्ट में बताया है कि वे क्या कर रहे थे और उनका कार्यभार किस तरह का रहा है। लेकिन हमें अभी तक कोई निर्देश नहीं मिला है कि वे हमसे क्या चाहते हैं और खिलाड़ियों के लिये कार्यभार क्या होना चाहिए।'' 

पता चला है कि किसी भी फ्रेंचाइजी को भारत के खिलाड़ियों पर कोई निर्देश नहीं मिलेगा जब तक कि कोई चोटिल न हो। फ्रेंचाइजी के एक कोच ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘मुझे एक बात बताइए। जस्सी (जसप्रीत बुमराह) की अनुपस्थिति में मोहम्मद शमी ही विश्व कप में जाने वाले तेज गेंदबाज हैं। अब अगर गुजरात टाइटन्स फिर से फाइनल खेलता है, तो उसे अधिकतम 64 ओवर (16 मैच) फेंकने पड़ सकते हैं। '' 

उन्होंने सवाल किया, ‘‘मान लीजिए कि एनसीए कहता है कि शमी को अधिकतम 40 ओवरों के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए तो क्या गारंटी है कि उसकी मासंपेशियों में खिंचाव नहीं आएगा। क्या आप इसे लिखित रूप में दे सकते हैं? '' अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विश्व कप के लिए कोई भी निजी फ्रेंचाइजी को यह नहीं कह सकता है कि खिलाड़ियों को करोड़ों का भुगतान करने के बाद इतना प्रतिशत ही खिलाया जाये। कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में कहा था कि यह एक खिलाड़ी पर निर्भर करेगा कि वह ब्रेक चाहता है या नहीं।