खेल डैस्क : आई.पी.एल. मैगा नीलामी खत्म होते ही सभी टीमों की प्लेइंग-11 लगभग फाइनल होती दिख रही है। अगर टीमों पर ओवरऑल नजर मारी जाए तो कई खामियां देखने को मिलेंगी। सिर्फ गुजरात और मुंबई की टीमें संतुलित दिख रही हैं जबकि लखनऊ, राजस्थान और चेन्नई में अभी भी कमियां नजर आ रही हैं। कोलकाता ने अपने पुराने प्लेयरों पर ही भरोसा जताया है। आइए जानते हैं कौन सी टीम कैसे मजबूत दिख रही है-
चेन्नई ने 10 अनकैप्ड प्लेयर्स चुने
चेन्नई ने सबसे पहले अपनी टीम पूरी की। 6 खिलाड़ी 30 लाख के बेस प्राइस पर चुने। टीम में 10 अनकैप्ड प्लेयर्स हैं जो ईशारा करता है कि टीम युवाओं पर फोक्स कर रही है। सिर्फ दो ही विकेटकीपर हैं, जिससे साफ होता है कि धोनी सभी मैच खेलेंगे। फिनिशर के रूप में सिर्फ धोनी ही हैं। ऑलराऊंडर्स पर दांव खेलेंगे क्योंकि 11 प्लेयर्स पर बोली लगाई है। अंशुल कंबोज, गुरजापनीत सिंह जैसे नए तेज गेंदबाज साथ जोड़े हैं। इसी तरह रामकृष्ण घोष और आंद्रे सिद्धार्थ टीम के लिए सरप्राइज पैकेज हो सकते हैं।
गुजरात के पास 6 तेज गेंदबाज
गुजरात ने तेज गेंदबाजों की फौज खड़ी की है। कगिसो रबाडा, प्रसिद्ध कृष्णा, गेराल्ड कोएत्जी, मोहम्मद सिराज, ईशांत शर्मा, अरशद खान टीम में हैं। स्पिन विभाग राशिद खान, साई किशोर, वाशिंगटन सुंदर के हाथ में है जोकि टीम को संतुलन देगा। ओपनिंग पर शुभमन गिल और जोस बटलर को देखा जा सकता है। जबकि फिनिशर के तौर पर राहुल तेवतिया, शाहरुख खान और शेरफेन रदरफोर्ड हैं। गुजरात 2 बार हार्दिक के कारण फाइनल में पहुंच चुकी है। अब शुभमन क्या करते हैं, इसपर नजरें बनी हुई हैं।
मुंबई के पास हार्दिक का विकल्प नहीं
मुंबई ने जो पांच प्लेयर रिटेन किए थे वह सभी भारतीय हैं। स्पिन विभाग मिशेल सैंटनर, अल्लाह गजनफर और कर्ण शर्मा के हाथ में होगा। गजनफर युवा स्टार है जबकि सैंटनर ट्वंटी 20 क्रिकेट का बड़ा नाम है। मुंबई की सबसे बड़ी ताकत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट की ओपनिंग गेंदबाजी जोड़ी हो सकती है। तीसरे पेसर के लिए दीपक चाहर, रीस टॉपले और लिजाद विलियम्स में जंग है। हार्दिक भी भूमिका निभाएंगे। नजरें नमन धीर और विल जैक पर रहेंगी। विल को लेकर आकाश अंबानी खुश नजर आए थे।
पंजाब के पास इनफार्म ऑलराऊंडर्स
टीम कप्तान श्रेयस अय्यर होंगे। अजमतुल्लाह उमरजई, मार्कस स्टोइनिस, मार्को जॉनसन और ग्लेन मैक्सवेल ऐसे ऑलराऊंडर्स हैं जोकि मौजूदा समय में अच्छी फार्म में चल रहे हैं। इसके अलावा श्रेयस अय्यर, अर्शदीप सिंह, युजवेंद्र चहल, शशांक सिंह और विशाल विजयकुमार के रूप में मजबूत भारतीय प्लेयर हैं। प्रियांश आर्य देखने लाइक होंगे जोकि 6 गेंदों पर 6 छक्के लगा चुके हैं। इसके अलावा सरफराज के भाई मुशीर खान पर भी नजरें रहेंगी। प्लेइंग 11 में चारों विदेशी प्लेयर ऑस्ट्रेलिया से हो सकते हैं।
दिल्ली के पास कोई फिनिशर नहीं
कप्तानी के लिए केएल राहुल और अक्षर पटेल में जंग हो सकती है। टीम के पास जेक फ्रेजर मैकगर्क, ट्रिस्टन स्टब्स, फाफ डु प्लेसिस, हैरी ब्रूक जैसे बल्लेबाज हैं लेकिन अच्छा फिनिशर नहीं। फिनिशर के तौर पर समीर रिजवी या करुण नायर को देखा जा रहा है जोकि टीम में संतुलन नहीं दे रहा। तेज गेंदबाजी मिशेल स्टार्क, दुष्मंथा चमीरा, टी नटराजन, मुकेश कुमार के हाथ में होगी। स्पिन विभाग फिर से कुलदीप के पास होगा। युवा स्पिनर विप्रज निगम पर दिल्ली को लगाया दांव सबका ध्यान खींच रहा है।
बेंगलुरु के पास हैं युवा स्पिनर्स
विराट कोहली, फिल साल्ट, रजत पाटीदार, जैकब बेथेल के साथ बेंगलुरु के पास मजबूत बल्लेबाज क्रम तो है लेकिन स्पिन खेमा कमजोर है। टीम के पास सुयश शर्मा और स्वप्निल सिंह हैं, जिसके पास पर्याप्त अनुभव नहीं है। भुवनेश्वर कुमार, जोश हेजलवुड और यश दयाल के रूप में उनके पास अच्छे तेज गेंदबाज हैं लेकिन स्पिन ट्रैक पर उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। मध्यक्रम लियाम लिविंगस्टोन, जितेश शर्मा, क्रुणाल पंड्या के साथ मजबूत नजर आ रहा है। वहीं, युवा रसिख धर पर नजरें होंगी।
हैदराबाद की ओपनिंग सबसे खतरनाक
ओपनिंग स्लॉट पर अभिषेक शर्मा, ट्रैविस हेड, इशान किशन का नाम है जोकि आक्रामक बल्लेबाज हैं। मध्यक्रम में नीतीश कुमार रेड्डी, हैनरिक क्लासेन और अभिनव मनोहर जैसे प्लेयर हैं जोकि बड़ी पारियां खेल सकते हैं। प्रबंधन ने भुवनेश्वर कुमार और टी नटराजन को जाने दिया जोकि लंबे समय से टीम के साथ थे। उनकी भरपाई के लिए सिमरजीत सिंह, जयदेव उनादकट, मोहम्मद शमी और हर्षल पटेल पर दांव लगाया गया है। स्पिन विभाग राहुल चाहर और एडम जम्पा के साथ मजबूत नजर आ रहा है।
कोलकाता को युवाओं पर भरोसा नहीं
कप्तानी के लिए अजिंक्य रहाणे और वेंकटेश अय्यर में टक्कर है। प्लेइंग 11 में स्पैंसर जॉनसन को छोड़कर किसी विदेशी तेज गेंदबाज की जगह नहीं बनती। टीम वरुण चक्रवर्ती, सुनील नरेन और मयंक मारकंडे के साथ स्पिन के भरोसे है। ओपनिंग पर क्विंटन डी कॉक और नरेन नजर आ सकते हैं। आंद्रे रसेल, रमनदीप सिंह, रोवमैन पॉवेल, मोइन अली के रूप में 4 फिनिशर हैं। अंगकृष रघुवंशी, उमरान मलिक को कैसे इस्तेमाल करेंगे, देखने लाइक होगा। सिर्फ 5 ही अनकैप्ड प्लेयर चुने हैं, जोकि दर्शाता है कि कोलकाता युवाओं पर फोक्स नहीं कर रही है।
राजस्थान के पास 10 स्पैशलिस्ट गेंदबाज
टीम ने संजू सैमसन, यशस्वी जयसवाल, रियान पराग, संदीप शर्मा, शिम्रोन हेटमायर, ध्रुव जुरेल के रूप में 6 प्लेयर रिटेन किए थे। उनकी प्लेइंग-11 लगभग फाइनल है। 13 साल के वैभव सूर्यवंशी को कब मौका मिलता है, यह देखने लाइक होगा। जयसवाल और सैमसन ओपनर होंगे। जबकि तेज गेंदबाजी जोफ्रा आर्चर, संदीप शर्मा, महीश थीक्षाना, तुषार देशपांडे के हाथ में होगी। टीम ने सिर्फ 20 ही प्लेयर चुने हैं। शुद्ध ऑलराऊंडर्स सिर्फ 3 हैं जबकि 10 स्पैशलिस्ट गेंदबाज पर बोली लगाई गई है।
लखनऊ को पार लगाना पंत के लिए चुनौती
टीम के पास ऋषभ पंत और निकोल्स पूरन है जोकि 3 और 4 नंबर पर बेहतर होंगे जबकि ओपनिंग पर एडेन मार्कराम और मिशेल मार्श होंगे। मध्यक्रम में डेविड मिलर के साथ केवल आयुष बदोनी ही होंगे। पंत को 27 करोड़ में खरीदने के बाद टीम के लिए दूसरे सबसे महंगे क्रिकेटर अवेश खान (9.75 करोड़) हैं। 10 गेंदबाज और 6 ऑलराऊंडर्स पर भरोसा किया गया है। लखनऊ पिछले सीजन में ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाया था। ऐसे में नए कप्तान ऋषभ पंत पर सबकी नजरें रहेंगी।