Sports

स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर केशव महाराज ने मंगलवार को कमाल कर दिया। चोट से उबरने के बाद उन्होंने ऐसी गेंदबाज़ी की कि पाकिस्तान की पूरी टीम लंच से पहले ही 333 रनों पर सिमट गई। महाराज ने सिर्फ 102 रन देकर 7 विकेट चटकाए, यह पाकिस्तान में दक्षिण अफ्रीका की ओर से किसी भी गेंदबाज का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। 

22 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा 

महाराज ने यह कारनामा करके 2003 में लाहौर में पॉल एडम्स द्वारा बनाए गए 7/128 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। यह प्रदर्शन खास इसलिए भी है क्योंकि महाराज पिछले हफ़्ते कमर की चोट के कारण पहला टेस्ट नहीं खेल पाए थे, लेकिन दूसरे मैच में वापसी करते हुए उन्होंने पाकिस्तान के बल्लेबाज़ों को सांस तक नहीं लेने दी।

लंच से पहले मैच का रुख पलटा 

दूसरे दिन पाकिस्तान ने अपनी पारी 259/5 से आगे बढ़ाई थी। सऊद शकील (66) और सलमान अली आगा (45) ने छठे विकेट के लिए 70 रन जोड़े, लेकिन इसके बाद महाराज ने जैसे तूफान ला दिया। सिर्फ 15 रन के भीतर पाकिस्तान के आखिरी 5 विकेट गिर गए, सभी महाराज के खाते में। ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने 2 विकेट (75 रन देकर) और तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा ने 1 विकेट (60 रन देकर) लिया।

महाराज की गेंदों के आगे बेबस हुआ पाकिस्तान 

महाराज ने सूखे पिच पर लगातार सही लेंथ रखी।
उन्होंने पहले सलमान आगा को एलबीडब्ल्यू आउट किया,
फिर सऊद शकील का बाहरी किनारा लेकर कैच करवाया,
इसके बाद अफरीदी को बिना रन बनाए क्लीन बोल्ड कर दिया।
उनकी गेंदें लगातार टर्न और स्लाइड कर रही थीं, पाकिस्तान के बल्लेबाज या तो आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में फंसे या फिर लाइन मिस करते गए।

दक्षिण अफ्रीका का फील्डिंग सुधार 

पहले दिन दक्षिण अफ्रीका ने कई कैच छोड़े थे, जिससे पाकिस्तान को बढ़त मिली। लेकिन दूसरे दिन टीम ने हर मौके को भुनाया। एडेन मार्कराम, जिन्होंने पहले मैच में अब्दुल्ला शफीक का आसान कैच छोड़ा था, इस बार शानदार कैच लेकर अपनी गलती सुधारी।

दक्षिण अफ्रीका की मजबूत शुरुआत 

पाकिस्तान को 333 पर रोकने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पारी की सावधानीपूर्वक शुरुआत की। लंच तक स्कोर 9/0 रहा, जबकि कप्तान एडेन मार्कराम को शाहीन शाह अफरीदी के खिलाफ एक करीबी LBW रिव्यू से राहत मिली।

विश्व टेस्ट चैंपियन की दमदार वापसी 

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन दक्षिण अफ्रीका ने पहले टेस्ट में लाहौर में हार झेली थी, लेकिन अब दूसरे टेस्ट में महाराज की स्पिन जादूगरी से टीम ने शानदार वापसी की है। महाराज का यह प्रदर्शन न सिर्फ रिकॉर्ड बुक में दर्ज होगा, बल्कि यह उनकी फिटनेस और संकल्प का भी सबूत है।