चेंगदू (चीन): भारत ने बैडमिंटन एशिया अंडर-17 और अंडर-15 चैंपियनशिप 2025 में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। रविवार को भारतीय खिलाड़ियों ने दो स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
अंडर-15 गर्ल्स सिंगल्स फाइनल में शायना मणिमुथु ने जापान की चिहारू तोमिता को 21-14, 22-20 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। वहीं अंडर-17 गर्ल्स सिंगल्स फाइनल में दीक्षा सुधाकर ने अपनी हमवतन लक्ष्या राजेश को 21-16, 21-9 से मात दी।
दीक्षा इस उपलब्धि के साथ जूनियर एशियन चैंपियनशिप के इतिहास में अंडर-17 खिताब जीतने वाली पहली भारतीय सिंगल्स खिलाड़ी बन गईं। इससे पहले 2013 में भारत ने दो गोल्ड जीते थे — जब सिरिल वर्मा ने अंडर-15 बॉयज़ सिंगल्स और चिराग शेट्टी-एमआर अर्जुन की जोड़ी ने अंडर-17 बॉयज़ डबल्स में जीत दर्ज की थी।
शायना ने जहां मैच की शुरुआत से ही अपना दबदबा बनाए रखा, वहीं दीक्षा ने 27 मिनट में ऑल-इंडियन फाइनल अपने नाम किया। इससे पहले शनिवार को जगशेर सिंह खंगुरा ने बॉयज़ सिंगल्स में और जंगजीत सिंह काजला-जनानिका रमेश की जोड़ी ने मिक्स्ड डबल्स में कांस्य पदक हासिल किए।
भारत के पदक विजेता:
दीक्षा सुधाकर – U17 गर्ल्स सिंगल्स गोल्ड
शायना मणिमुथु – U15 गर्ल्स सिंगल्स गोल्ड
लक्ष्या राजेश – U17 गर्ल्स सिंगल्स सिल्वर
जगशेर सिंह खंगुरा – U17 बॉयज़ सिंगल्स ब्रॉन्ज
जंगजीत सिंह काजला और जनानिका रमेश – U17 मिक्स्ड डबल्स ब्रॉन्ज।