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धर्मशाला : न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को होने वाले विश्व कप मुकाबले में लगातार पांचवीं जीत के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाने का दावा मजबूत करने के प्रयास में जुटे भारत का यहां हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ मैदान पर प्रदर्शन मिला-जुला रहा है। 

न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां एकमात्र मैच में भारत की जीत 

इस खूबसूरत स्टेडियम में भारत ने अब तक चार एकदिवसीय मुकाबले खेले हैं जिसमें से दो में उसने जीत दर्ज की जबकि दो में उसे हार का सामना करना पड़ा। भारत ने इस मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ एकमात्र मैच अक्टूबर 2016 में छह विकेट से जीता था जिससे विश्व कप मुकाबले से पहले मेजबान टीम का मनोबल बढ़ेगा। 

भारत को इस मैदान पर अपने पहले ही मैच में जनवरी 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ सात विकेट की हार का सामना करना पड़ा था जबकि दिसंबर 2017 में खेले गए पिछले मैच में श्रीलंका ने उसे इसी अंतर से हराया था। श्रीलंका के खिलाफ तो भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 38.2 ओवर में सिर्फ 112 रन पर ढेर हो गई थी। श्रीलंका ने इसके जवाब में 21वें ओवर में ही तीन विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया था। भारत ने इस मैदान पर न्यूजीलैंड के अलावा वेस्टइंडीज को भी 59 रन से शिकस्त दी थी। 

न्यूजीलैंड का भारत पर दबदबा 

कुल मैच - 9 
न्यूजीलैंड - पांच जीत 
भारत - तीन जीत 
बेनतीजा - एक 

फॉर्म में विराट कोहली 

भारतीय बल्लेबाजों की बात करें तो बेहतरीन फॉर्म में चल रहे विराट कोहली ने यहां तीन मैच में 106 की औसत से सर्वाधिक 212 रन बनाए हैं। वह इंग्लैंड के खिलाफ यहां अपने पहले मैच में पहली ही गेंद पर आउट हो गए थे लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ 127 और न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 85 रन की पारी खेलकर उन्होंने भारत को दो आसान जीत दिलाई। 

रोहित को रास नहीं आता धर्मशाला 

मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को यह मैदान रास नहीं आता है और वह यहां तीन मैच में चार, 14 और दो रन की पारियां ही खेल पाए हैं। मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर इस मैदान पर अपने एकमात्र मैच में श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ नौ रन बना पाए थे जबकि लोकेश राहुल को यहां अपने पहले मुकाबले का इंतजार है। इशान किशन, शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव ने भी 50 ओवर के प्रारूप में यहां कोई मैच नहीं खेला है। 

भारत की मौजूदा टीम में शामिल रविंद्र जडेजा, हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी इस मैदान पर उपयोगी प्रदर्शन किया है। चोटिल ऑलराउंडर पंड्या ने यहां दो मैच में चार विकेट चटकाए हैं जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ 31 रन देकर तीन विकेट भी शामिल है। यह दर्शाता है कि भारत को इस ऑलराउंडर की कमी खल सकती है जो बांग्लादेश के खिलाफ पिछले मैच में टखने में लगी चोट के कारण टीम के साथ धर्मशाला नहीं आया है। 

बुमराह की यहां किफायती गेंदबाजी 

जडेजा और शमी ने यहां दो मैच में तीन-तीन विकेट चटकाए हैं जबकि बुमराह को दो मैच में सिर्फ एक सफलता मिली है। बुमराह ने हालांकि यहां किफायती गेंदबाजी की है और सिर्फ 4.06 रन प्रति ओवर की दर से रन दिए हैं। बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव ने यहां एक मैच खेला है लेकिन श्रीलंका के खिलाफ हुए इस मुकाबले में उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं मिला था। अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने यहां अपना एकमात्र मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला था जिसमें वह 10 ओवर में 50 रन खर्च करने के बावजूद कोई सफलता हासिल नहीं कर सके। 

190 रन पर ढेर हो गई थी न्यूजीलैंड 

न्यूजीलैंड की टीम में शामिल चोटिल कप्तान केन विलियमसन, टॉम लैथम, जेम्स नीशाम, मिशेल सेंटनर, टिम साउथी और ईश सोढ़ी को इस मैदान पर खेलने का अनुभव है। टॉम लैथम और साउथी ने इस मैदान पर अपनी टीम के एकमात्र मैच में क्रमश: नाबाद 79 और 55 रन बनाए थे लेकिन इसके बावजूद टीम 190 रन पर ढेर हो गई थी। न्यूजीलैंड का कोई गेंदबाज भी खास सफलता हासिल नहीं कर पाया और भारत ने 34वें ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। स्पिनर ईश सोढ़ी और नीशाम ने एक-एक विकेट चटकाया। सेंटनर ने किफायती गेंदबाजी की लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली।