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दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल का मानना है कि उच्च स्तर पर क्रिकेट साफ-सुथरा है और भ्रष्टाचारियों के अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को अपग्रेड करने के बावजूद क्रिकेट में अब भ्रष्टाचार व्याप्त नहीं है, हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया है कि क्रिकेट में सट्टेबाजों जैसे भ्रष्ट लोग अभी भी शामिल हैं। जो पकड़े जाने के डर से एन्क्रिप्टेड तकनीक के जरिए फ्रेंचाइजी क्रिकेट में पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मार्शल ने एक बयान में कहा कि क्रिकेट में अब भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि जो लोग खेल को भ्रष्ट करने का प्रयास करते हैं वे व्याप्त हैं। खुफिया जानकारी जुटाने और शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना भ्रष्टाचार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है।

अब हमारे पास बहुत साफ-सुथरा क्रिकेट है, खासकर उच्च स्तर पर। जो कुछ भी हो, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जो हमेशा अवैध और भ्रष्ट गतिविधियों के माध्यम से अत्यधिक पैसा बनाने की कोशिश करते हैं और वे क्रिकेट को एक अवसर के रूप में देखते हैं, क्योंकि वे सोचते हैं कि यहां वह कुछ हद तक सफल हो सकते हैं। आईसीसी अधिकारी ने कहा कि भ्रष्टाचारी और अधिक जटिल हो रहे हैं। वे ज्यादातर अत्यधिक एन्क्रिप्टेड संचार तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। वे अपने पैसे को इधर-उधर करने के लिए नए तरीके खोज रहे हैं। साथ ही साथ वे इस बारे में और अधिक होशियार होने की कोशिश कर रहे हैं कि वे फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट में कैसे पहुंच सकते हैं। 

उदाहरण के लिए निचले स्तर के फ्रेंचाजी टूर्नामेंट में वे जानकारी हासिल करने या खेल को प्रभावित करने के लिए एक फ्रेंचाइजी मालिक को पकड़ लेते हैं, जिसका साफ रिकॉर्ड होता है। मार्शल ने यह भी माना है कि कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के माध्यम से पूरे खेल के बजाय खेल के एक हिस्से को भ्रष्ट करने के अधिक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट लोग आमतौर पर खेल के एक हिस्से को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं।

ऐसा करने के लिए उन्हें एक या दो खिलाड़ियों की जरूरत होती है जो आदर्श रूप से सलामी बल्लेबाज, कप्तान या पारी की शुरुआत करने वाला गेंदबाज हो सकता है, इसलिए मेरी इकाई का काम उन लोगों को खेल से दूर रखने की कोशिश करना है। उल्लेखनीय है कि आईसीसी ने हाल ही में कई हाई-प्रोफाइल क्रिकेटरों पर प्रतिबंध लगा कर भ्रष्टाचार की गतिविधियों पर अंकुश लगाया है, जिनमें सनत जयसूर्या, हीथ स्ट्रीक और नुवान जोयसा जैसे पूर्व क्रिकेटर शामिल हैं।