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स्पोर्ट्स डैस्क : विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से 209 रनों से हारने के बाद रोहित शर्मा और उनकी पूरी यूनिट पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा भारी जुर्माना लगाए जाने के बाद टीम इंडिया के लिए हालात बद से बदतर होते चले गए। आईसीसी ने सोमवार को कहा कि भारतीय टीम पर धीमी ओवर गति के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल मैच फीस का पूरा जुर्माना लगाया गया है। रोहित एंड कंपनी पर लक्ष्य से पांच ओवर कम होने का दोषी पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है।

ऑस्ट्रेलिया को भी चार ओवर कम होने के कारण मैच फीस का 80 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कार्मिकों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, 'खिलाड़ियों पर प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है, जो आवंटित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहते हैं।'

गिल को भी लगा जुमार्ना

एक अन्य झटके में भारत के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल पर भी नाराजगी जताने के लिए मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। गिल, भारत की दूसरी पारी में उन्हें आउट करने के अंपायर के फैसले से परेशान दिख रहे थे, कैमरून ग्रीन द्वारा स्लिप में कैच आउट दिए जाने के बाद अपनी नाराजगी दिखाने के लिए उन्होंने ट्विटर और इंस्टाग्राम का सहारा लिया था। उन पर मैच फीस का कुल 115 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाएगा। शुभमन गिल को खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.7 का उल्लंघन करते पाया गया। यह एक इंटरनेशनल मैच में होने वाली घटना के संबंध में सार्वजनिक आलोचना या अनुचित टिप्पणी करने से संबंधित है।

गिल ने स्कॉट बोलैंड की एक गेंद को तीसरी स्लिप में भेजा था जहां डाइविंग ग्रीन ने कैच लपका। लेकिन जैसा कि आस्ट्रेलियाई लोगों ने जश्न मनाया, गिल अपनी जिद्द पर अड़े रहे। निर्णय को तीसरे अंपायर, रिचर्ड केटलबोरो के पास भेजा गया, जिन्होंने जांच करने के बाद आउट घोषित कर दिया, जिससे गिल निराश हो गए। फिर उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर थर्ड अंपायर के प्रति निराशा जताई, जिसके बाद भारतीय मीडिया ने भी थर्ड अंपायर की जमकर क्लास लगाई।