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स्पोर्ट्स डेस्क: इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 9 विकेट से करारी शिकस्त दी। इस टेस्ट में भारतीय टीम इतनी बुरी तरह विफल रही कि पांच दिनों का टेस्ट मैच ढाई दिनों में ही समाप्त हो गया। तीसरे टेस्ट के इतने जल्दी खत्म होने के पीछे एक बड़ा कारण पिच भी रही। इंदौर टेस्ट की पिच स्पिनरों के लिए पूरी तरह मददगार थी और यह आंकड़ों में भी देखने को मिला। इस टेस्ट में कुल 31 विकेट गिरे, जिसमें से 26 विकेट स्पिन गेंदबाजों ने चटकाए। इस टेस्ट की पिच पर जहां पहले ही सवाल उठ रहे थे, वहीं अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भी पिच को लेकर अपनी रिपोर्ट से भारत को एक बड़ा झटका दिया है।

आईसीसी ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट मैच के लिए इस्तेमाल की गई होलकर स्टेडियम की पिच को ‘खराब' करार दिया, जिसमें आस्ट्रेलिया ने भारत को तीसरे दिन नौ विकेट से शिकस्त दी। इस खराब रेटिंग से इंदौर को तीन डिमैरिट अंक भी मिले और ये अंक पांच साल के लिए सक्रिय रहेंगे। भारतीय टीम दोनों पारियों में 109 और 163 रन के स्कोर पर सिमट गई थी, जबकि आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 197 रन बनाए और फिर तीसरे दिन सुबह उसने 76 रन के लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल की। 

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आईसीसी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘आईसीसी मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड ने अपनी रिपोर्ट आईसीसी को सौंप दी, जिसमें उन्होंने मैच अधिकारियों और दोनों टीमों के कप्तानों से बात करने के बाद उनकी चिंताएं व्यक्त कीं। इस आकलन के बाद स्थल को तीन डिमैरिट अंक दिये गये। '' 

इस रिपोर्ट को बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) को भेज दिया गया है जिसके पास इसके खिलाफ अपील करने के लिये 14 दिन का समय है। ब्रॉड ने कहा, ‘‘पिच बहुत सूखी थी, इसने बल्ले और गेंद के बीच कोई संतुलन नहीं मुहैया कराया और इस पर शुरू से ही स्पिनरों को मदद मिल रही थी। '' 

उन्होंने कहा, ‘‘मैच की पांचवीं गेंद पिच की सतह से टूट गयी और इसने कभी कभार पिच की सतह को भी तोड़ना जारी रखा जिस पर जरा भी या कोई भी ‘सीम मूवमेंट' नहीं मिल रहा था और पूरे मैच के दौरान अत्यधिक और असमान उछाल रहा।'' भारत ने पहले ही सत्र में सात विकेट गंवा दिये थे क्योंकि गेंद शुरूआती आधे घंटे के दौरान ‘स्क्वायर टर्न' ले रही थी।