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मुंबई : महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारतीय क्रिकेट इतिहास के दो विशेष लम्हों को याद किया। गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए अपना वो सपना साझा किया, जिसे वो मरने से पहले पूरा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कपिल देव का 1983 विश्व कप ट्रॉफी उठाना और महेंद्र सिंह धोनी का 2011 विश्व कप फाइनल में विजयी छक्का जड़ना दो क्रिकेट लम्हें हैं जिन्हें मैं मरने से पहले देखना पसंद करूंगा।'' 

इसके अलावा गावस्कर ने खुलासा किया है कि इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ चेपक में चेन्नई सुपर किंग्स के पिछले राउंड रोबिन मैच के बाद जब महेंद्र सिंह धोनी ने उनकी शर्ट पर ऑटोग्राफ दिया तो यह उनके लिए ‘भावनात्मक लम्हा' था। सुपरकिंग्स के खिलाड़ी रविवार रात जब चेन्नई में एमए चिदंबरम स्टेडियम का चक्कर (लैप ऑफ ऑनर) लगा रहे थे तो गावस्कर ने धोनी से उनकी शर्ट पर हस्ताक्षर करने को कहा।

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उन्होंने कहा, ‘‘जब मुझे पता चला कि चेन्नई सुपरकिंग्स और महेंद्र सिंह धोनी चेपक में लैप ऑफ ऑनर लगाने वाले हैं तो मैंने विशेष स्मृति तैयार करने का फैसला किया। यही कारण है कि मैं महेंद्र सिंह धोनी का ऑटोग्राफ लेने के लिए उनकी ओर भागा। यह चेपक में उसका आखिरी घरेलू मैच था।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं माही (धोनी) के पास गया और मैंने जो शर्ट पहनी थी उस पर उससे ऑटोग्राफ देने का आग्रह किया। काफी अच्छा लगा कि उसने इसे स्वीकार किया। यह मेरे लिए काफी विशेष लम्हा था क्योंकि इस खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट में बेजोड़ योगदान दिया है।'' 

सुपर किंग्स की टीम अभी अंक तालिका में दूसरे स्थान पर चल रही है और उसका आईपीएल प्ले ऑफ में जगह बनाने का दावा मजबूत है। लेकिन अभी यह तय नहीं है कि क्या धोनी की अगुआई वाली टीम चेपक लौटेगी जिसे क्वालीफायर एक और एलिमिनेटर की मेजबानी करनी है। पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर ने कहा, ‘‘बेशक अगर सुपर किंग्स प्ले ऑफ के लिए क्वालीफाई करते हैं। तो उसे यहां खेलने का मौका मिलेगा लेकिन मैंने इस लम्हे को विशेष बनाने का फैसला किया। मैं भाग्यशाली था कि कैमरा यूनिट में किसी के पास मार्कर पेन था। इसलिए मैं उस व्यक्ति का भी आभारी हूं।''