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इस्लामाबाद : पाकिस्तान दौरे पर गई भारत के डेविस कप टीम के कप्तान जीशान अली को शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कई अटपटे और हैरानी भरे सवालों का सामना करना पड़ा जिसमें ‘क्रिकेट सहित अन्य भारतीय टीमें पाकिस्तान का दौरा क्यों नहीं करतीं' और ‘पाकिस्तान में शॉपिंग (खरीदारी और सैर-सपाटा) के अनुभव' के बारे में पूछना शामिल रहा। 

लगभग 60 साल बाद डेविड का मुकाबले के लिए पाकिस्तान गई भारतीय टीम दरअसल अब तक अपने होटल से बाहर कड़ी सुरक्षा में सिर्फ इस्लामाबाद खेल परिसर में अभ्यास के लिए ही आई। जीशान ने हालांकि रणनीतिक तरीके से इन सवालों का जवाब दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि टीम को संक्षिप्त दौरे पर कहीं बाहर जाने का मौका मिलेगा। उन्होंने हालांकि इस दौरे पर टीम के मकसद के बारे में ज्यादा करते हुए कहा कि टीम यहां अच्छा टेनिस खेलने आई है।

‘शॉपिंग' के बारे में पूछे जाने पर जीशान ने कहा, ‘हम कहीं बाहर नहीं गए हैं। मुझे उम्मीद है कि कुछ समय के लिए बाहर जाने की व्यवस्था की जा सकती है।' भारतीय कोच एवं कप्तान की भूमिका निभा रहे इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘खेल के लिहाज से हमारा यहां आना इस क्षेत्र में टेनिस के लिए बहुत अच्छा होगा। अगर अधिक बच्चे इस खेल को अपनाएंगे तो इससे टेनिस को फायदा होगा और यही हमारा मुख्य इरादा है।' 

जीशान ने कहा, ‘अगर हम दोस्ती बढ़ाने और टेनिस के खेल की लोकप्रियता बढ़ाने में किसी भी तरह से मदद कर सकें, तो हमने अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहेंगे।' भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान ने स्वीकार किया कि एआईटी (अखिल भारतीय टेनिस महासंघ) द्वारा व्यक्त की गई सुरक्षा चिंताओं के कारण पाकिस्तान टेनिस महासंघ (पीटीएफ) ने उन्हें अब तक सीमित तरीके से जो आतिथ्य सत्कार दिया है वह शानदार है। भारत के शीर्ष एक एकल खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन ने भी यही भावना व्यक्त की। 

उन्होंने कहा, ‘मुझे यकीन है कि यहां लोगों ने खुल कर हमारा स्वागत किया होगा। लेकिन दुर्भाग्य से, हम बाहर नहीं जा सकते। हम यहां टेनिस खेलने के लिए हैं। रामकुमार इस टाई के शुरुआती एकल में शनिवार को ऐसाम-उल-हक कुरेशी से भिड़ेंगे। इस मामले में की भांबरी अपने सहयोगी से सहमत थे। उन्होंने कहा, ‘यह पहले दिन से ही बहुत अच्छा रहा है। हर कोई हमारी मदद के लिए तैयार है। जीशान ने कहा कि अगर वे बाहर नहीं जा सकते हैं तो भी वह निराश नहीं होंगे क्योंकि वह और उनकी टीम यहां घूमने के लिए नहीं बल्कि देश के लिए अपना काम करने आये है। पाकिस्तान में हालांकि गर्मजोशी से हमारा स्वागत हुआ है। 

उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान आने पर फैसला वहां के लोगों (भारत सरकार) को लेना होता है। हमारा काम टेनिस खेलना है। हमें इसकी मंजूरी मिली गयी, इसलिये हम यहां है। जीशान को तब और आश्चर्य हुआ जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि पाकिस्तान में सुरक्षा कोई मुद्दा है क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम को 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए यहां आना है। उनसे यह भी पूछा गया कि दोनों देशों के बीच सभी खेलों में द्विपक्षीय श्रृंखलाएं क्यों नहीं होती हैं। स्थानीय पत्रकार अपनी धरती पर भारतीय टीम को देखने के लिए काफी उत्साहित थे, क्योंकि उनमें से कई पिछले साल आईसीसी वनडे विश्व कप के लिए भारत दौरे पर नहीं आ सके थे।' पीटीएफ के एक अधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा और मीडियाकर्मियों से अपने सवालों को केवल डेविस कप मुकाबले तक सीमित रखने के लिए कहना पड़ा।