नई दिल्ली: भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज हार के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। गंभीर ने कहा कि उनका लक्ष्य सबसे सफल कोच बनना नहीं है, बल्कि ऐसी टीम तैयार करना है जो बड़े मुकाबलों में बिना डर के खेले।
गंभीर ने कहा, 'मेरी और सूर्यकुमार यादव की पहली बातचीत में ही हमने तय कर लिया था कि हार का डर नहीं रखना है। मैं सबसे सफल नहीं, बल्कि सबसे बेखौफ टीम बनाना चाहता हूं। एशिया कप फाइनल जैसे मैचों में मैंने खिलाड़ियों से कहा था — गलती करना ठीक है, कैच छूट सकता है या खराब गेंद भी पड़ सकती है, लेकिन डरकर नहीं खेलना चाहिए। जितना बड़ा मैच, उतना आक्रामक और आत्मविश्वासी खेल होना चाहिए।'
भारत के मुख्य कोच ने सूर्यकुमार यादव की कप्तानी की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 'सूर्या बेहतरीन इंसान हैं और अच्छे इंसान ही अच्छे लीडर बनते हैं। वह खिलाड़ियों को पूरी आज़ादी देते हैं। पिछले डेढ़ साल से उन्होंने ड्रेसिंग रूम में शानदार माहौल बनाए रखा है।'
गंभीर ने यह भी जोड़ा कि टीम का फोकस जीत पर नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और फ्रीडम पर रहेगा। उन्होंने कहा, 'मैदान पर गलतियां होंगी, पर डरने की जरूरत नहीं। एक डरे हुए खिलाड़ी की जगह विपक्ष हमेशा फायदा उठाता है।'
भारत का प्रदर्शन गंभीर के कार्यकाल में:
गंभीर की कोचिंग में भारत ने एशिया कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े खिताब जीते हैं, लेकिन टीम को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में हार का सामना भी करना पड़ा। वनडे सीरीज में हाल की 1-2 की हार ने टीम को झटका दिया है, पर अब भारत 29 अक्टूबर से शुरू होने वाली टी20 सीरीज में वापसी करने की कोशिश करेगा। पहला मैच कैनबरा के मनुका ओवल में खेला जाएगा।