दुबई ( निकलेश जैन ) फीडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप में लगातार 5 राउंड के मुक़ाबले के बाद 6 राउंड अब तक का सबसे बड़ा मैराथन मुक़ाबला साबित हुआ यह मैच 7 घंटे और 45 मिनट तक चला । विश्व शतरंज चैंपियनशिप के इतिहास मे इससे पहले कारपोव और कोर्चनोई के बीच 1978 मे 124 चालों का मुक़ाबला खेला गया था जो बराबरी पर खत्म हुआ था पर कार्लसन और नेपोमिन्सी के बीच खेला गया मुक़ाबला 136 चालों तक खेला गया ,जिसे विश्व चैम्पियन कार्लसन नें शानदार अंदाज मे जीता ।
सफ़ेद मोहरो से खेल रहे कार्लसन नें केटलन ओपनिंग मे थोड़े बदलाव करते हुए नेपो पर दबाव बनाने की कोशिश की जो सही साबित नहीं हुई और खेल की 35 चालों के आसपास तो उनकी बाजी मुश्किल मे नजर आने लगी पर नेपोमिन्सी की कुछ गलत चुनाव से कार्लसन की खेल मे वापसी हो गयी और जहां कार्लसन अपने एक घोड़े के साथ एक हाथी और 2 प्यादो के साथ नेपोमिन्सी के अकेले वजीर के खिलाफ एक ऐसी स्थिति बनाने मे कामयाब रहे जहां 136 चालों मे जाकर आखिर वह जीतने मे कामयाब रहे ।
इस जीत से 14 राउंड की विश्व चैंपियनशिप मे 6 राउंड के बाद कार्लसन 3.5-2.5 से आगे निकल गए है और अगर अब नजरे नेपोमिन्सी की वापसी पर रहेगी ।